वाइपरिडाए (Viperidae) विषैले साँपों का एक जीववैज्ञानिक कुल है जो विश्वभर में पाये जाते हैं, सिवाय हवाई, अंटार्कटिका, आस्ट्रेलिया, न्यू ज़ीलैंड, माडागास्कर और अन्य अलग-थलग स्थानों के। साधारण बोलचाल में वाइपर (Viper) कहलाये जाने वाले इन सर्पों में लम्बे और चूलदार दांत होते हैं जिन्हें वे अपने ग्रास या प्रतिद्वन्दी में गहराई से गाढ़कर ज़हर का प्रवाह कर सकते हैं।[1] हिन्दी और मराठी में इन्हें घोणस भी कहते हैं।

वाइपरिडाए
Viperidae
मेक्सिकी पश्चिमीतटीय रैटलसर्प
वैज्ञानिक वर्गीकरण
जगत: जंतु
संघ: रज्जुकी (Chordata)
वर्ग: सरीसृप (Reptilia)
अधिगण: लेपिडोसोरिया (Lepidosauria)
गण: स्क्वमाटा (Squamata)
उपगण: सर्प (Serpentes)
कुल: वाइपरिडाए (Viperidae)
ओपेल, १८११

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Schuett GW, Höggren M, Douglas ME, Greene HW. 2002. Biology of the Vipers. Eagle Mountain Publishing, LC. 580 pp. 16 plates. ISBN 0-9720154-0-X.