वायु स्तुति, त्रिविक्रम पंडिताचार्य द्वारा रचित संस्कृत ग्रन्थ है। इसमें द्वैत दर्शन के संस्थापक श्री माध्वाचार्य की स्तुति है। माध्वाचार्य सम्प्रदाय के लोग उन्हें वायु का अवतार मानते हैं।