चौडरे वाली माता विचित्रा देवी

चौडेरा (चोडरे) वाली माता विचित्रा देवी संपादित करें

चौडरे गांव वाली माता एक आदि शक्ति के रूप में पूजनीय हैं। यह बेलोन माता की बहन मानी जाती हैं, हालांकि इनका कोई सटीक लेख नहीं मिला है पर हजारों लोगों की किदबन्ती व कहावतों के माध्यम से पता चला है कि एक बार राजा मानसिंह की बेटी विचित्रा काफी सुंदर थीं, जो उस समय दिल्ली के राजा का एक बेटा जो काफी शराब पीता था उसको पसंद आ गई थीं, विचित्रा हिंदू थी तो उन्होंने दिल्ली के राजा का शादी का प्रस्ताव ठुकरा दिया तो राजा मानसिंह को दिल्ली के राजा ने बंदी बना लिया उनको छुड़ाने के लिए विचित्रा अपने कुछ सैनिक टुकड़ी के साथ दिल्ली पहुंची, तो दिल्ली के राजा विचित्र देवी के रूप को देखकर मोहित हो गए और अपने बेटे से शादी के लिए प्रस्ताव रखा पर विचित्रा वहां से अपने सैनिकों के साथ भाग निकलीं। रास्ते में एक चौडेरा गांव मिला उन्हें वहीं घेर लिया गया मुसीबत में आन देख विचित्रा ने मां सती शक्ति मैया का आह्वान किया और अपने आप को वहीं समाप्त कर लिया धरती में समा गईं। उसी दिन से स्थानीय आसपास के हजारों गांव के लोग उस स्थान को एक सती शक्ति मां के रूप में पूजने लगे और उस स्थान को चौड़ेरे वाली माता के नाम से प्रसिद्धि मिली आज भी हजारों भक्त लोग दर्शन करने हर नवदुर्गा में आते हैं बच्चों का मुंडन कराते हैं व पूजा पाठ करते हैं और अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं यह विचित्र रहस्य समाज में उजागर होना चाहिए जय माता दी । अजय सर आरोंज शिकोहाबाद (वार्ता) 12:27, 30 सितंबर 2020 (UTC)उत्तर दें

jai maa chaundhera vali 2401:4900:58C4:1DC:0:0:33:CEC4 (वार्ता) 02:29, 4 अप्रैल 2023 (UTC)उत्तर दें
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