विकिपीडिया वार्ता:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/सती प्रभावती
पृष्ठ क्रमांक तो अत्यंत स्पष्ट है..
संपादित करेंसंदर्भ क्र. 3 :
Vayed, Mahalchand. Bharatiya Virangana Pratham Bhag. 1. पपृ॰ 128–130. अभिगमन तिथि 2017-01-15
(लिंक : https://archive.org/details/in.ernet.dli.2015.342326)
संदर्भ क्र. 4 :
Ishwar Ashram Trust. Veerangana Vaibhava Pandit Raj Gopal Shastri. पृ॰ 130. अभिगमन तिथि 2017-10-05.
(लिंक : https://archive.org/details/VeeranganaVaibhavaPanditRajGopalShastri)
ध्यातव्य : इन दोनो संदर्भों से ही पुरा संपादन हुआ है ऐसा कह सकते हैं। संदर्भ 1 व 2 मे भी सती प्रभावती का ज्यो का त्यो वर्णन है जो कि गुगल बुक्स का संदर्भ थे उन्हे जोडा गया। ताकी यथेष्ट संदर्भ दिए जा सके। अतः महोदय आपका दिया गया कारण तो सही है ही नहीं। रही बात सती प्रभावती (गुनौर) की तो उनकी लोककथाओं का कहना ही क्या है। वो तो प्रचलित है राजस्थान के चारण व भाट के शब्दो मे भी। यथा मैने आपको संदर्भ 4 द्वारा संस्कृत साहित्य का एक श्लोक भी संपादित किया है। अतः कोई अन्य कारण हो तो बताएं किंतु यह कारण तो गलत है।