विकिपीडिया वार्ता:प्रमुख चित्र प्रत्याशी/पुरालेख ०१
सदस्य अन्य चित्र, चाहें किसी अवसर के अनुसार भी हों, यहां पर सुझा सकते हैं। इस स्तंभ के लिए मेरे कुछ सुझाव इस प्रकार हैं-
- चित्र का चुनाव करते समय विकिपीडिया के मानदंडों का ठीक से पालन किया जाना चाहिए।
- मुखपृष्ठ की संरचना को देखते हुए उसकी लम्बाई या चौड़ाई ठीक से संतुलित की जानी चाहिए।
- चित्र का परिचय केवल एक पंक्ति में दिया जाना चाहिए।
- चित्र के साथ लिखी गई पंक्ति में भाषा की अशुद्धता नहीं होनी चाहिए और इससे संबंधित लेख को भी ठीक से जाँचा जाना चाहिए।
--पूर्णिमा वर्मन ०८:३९, २५ मार्च २००९ (UTC)
- मैंने कई भाषाओं के विकिपीडिया देखे हैं और वहाँ केवल विकिमीडिया कामंस के चुने गए चित्रों को ही प्रदर्शित किया गया है। अभी तक हमने हिन्दी में भी इस नियम का पालन किया है। इससे अलग कुछ करने के लिए हमें और खोज कर के सही नियमों का ज्ञात कर लेना चाहिए और जल्दी में स्तंभ नहीं शुरू करना चाहिए।--पूर्णिमा वर्मन ०९:०३, २५ मार्च २००९ (UTC)
- नहीं, मुखपृष्ठ के आकार और उसके चौखानों के आकार में परिवर्तन नहीं आना चाहिए। इससे पृष्ठ भद्दा दिखेगा।--पूर्णिमा वर्मन १४:०४, २५ मार्च २००९ (UTC)
मैंने आकार की समस्या मात्र नवदुर्गा के लिए कही थी, जो कि शायद आपने देखा हि, कुछ लम्बी अधिक हैं। हां, आगे से आकार का बिल्कुल ध्यान रखा जाएगा। दूसरा कॉमन्स के चित्र ले तो लें, किंतु उनसे संबंधित हमारे पास उपयुक्त लेख तो नहीं होण्गे ना अभी। कम से कम २-३ महीनों के चित्र यानि १०-१२ आरंभिक चित्र तो अच्छे लेखों से उठा कर लगा दें। प्रयासतः निर्वाचित लेखों से, जिससे कि हमारे निर्वाचित लेख भी एक बार प्रकाश में आ पाएं, और वित्रों को भी अच्छा समर्थन मिले। बाकी तो कॉमन्स है ही कॉमन। क्या आप जानते हैं, अनुभाग में यदि १-२ तथ्य बढ़ा भी दें, तो १ हफ़्ते की ही तो बात है। उसके बाद कम कर देंगे। या दूसरा तरीका है, कि नवदुर्गा के चित्रों को और छोटा कर उनके बराबर में खाली स्थान बचेगा। वहां भी लिखा जा सकता है। किंतु उससे चित्र बहुत छोटा हो जाएगा। यदि हम ना भी लिखें, तो भी चित्र की लंबाई का ध्यान तो रखना ही होगा ना। ३ अप्रैल के बाद से हटा सकते हैं, पुराने आकार में लौट सकते हैं।--आशीष भटनागरसंदेश १४:३६, २५ मार्च २००९ (UTC)
- कुछ खाश नहीं है, मेरे विचार से यदि कामन से तस्वीर लिया जाए तो वह वहां का निर्वाचित तस्वीर हो। --Munita Prasadवार्ता १३:२६, २५ मार्च २००९ (UTC)
- अपवाद में विशेष अवसर के चित्रों को छोड़ दिया जाए तो सामान्यतः कॉमन्स के निर्वाचित चित्रों को ही लिया जाना चाहिए। जहाँ तक हमारे निर्वाचित लेखों के प्रकाश में आने की बात है तो वैसे ही हमारे निर्वाचित लेख महीनों तक मुखपृष्ट पर पड़े रहते हैं। उन्हें और अधिक प्रकाश की आवश्यकता नहीं है। निर्वाचित चित्र लेने से उनको चयनित करने को लेकर किसी तरह के विवाद की सम्भावना नहीं रहेगी। उनसे सम्बन्धित लेख हो तो बहुत अच्छा ही है नही है तो बनाया जाएगा। --Munita Prasadवार्ता १६:००, २५ मार्च २००९ (UTC)
- निर्वाचित लेखों के चित्र ही नहीं लिए जाने को कहा, वरन निर्वाचित लेखों से जुड़े चित्र लेने की बात कही है। साथ ही अन्य अच्छे व लम्बे लेखों, आलेखों से जुड़े चित्र भी डालने की बात कही है। एक तो आलेख महिनों नहीं, मात्र १ दिन को आते हैं। दूसरे निर्वाचित लेख के चित्र भी महिनों नहीं, १ महीना रहता है, वो भी बस एक ही चित्र। उससे जुड़े कई अन्य अच्छे चित्र भी ढूंढे जा सकते हैं। रही बात कॉमन्स के पूर्व निर्वाचित चित्र लेने की, तो जो पहले ही निर्वाचित हैं, उस ही पर हम भी अपनी मुहर लगाते चले जाएं, तो हमने नया क्या किया। पूर्णीमा जी द्वारा प्रकाश डाली गईं विकिमीडिया चित्र मानदंड संहिता के अनुसार यदि हम चित्र चुनाव करें (ध्यान से कि उन मानदण्डों का पूर्ण पालन हो) तो कुछ नया करने से ही तो नयापन आएगा। हां, कॉमन्स के निर्वाचित चित्र भी लिए जा सकते हैं, लिए जाएंगे, और लिए भी हैं। उसमें कोई दोराय नहीं, कि वे अत्योत्तम स्तर के होते हैं। पर तब हमारा विवेक, पसंद, रुचि, ज्ञान, नियमपालन कैसे काम आएंगे।--आशीष भटनागरसंदेश ००:५९, २६ मार्च २००९ (UTC)
- आपका विवेक पसंद रुचि और ज्ञान आप नियम के बाहर जाकर नहीं दिखा सकते। यहाँ व्यक्तिगत पसंद की ज़रूरत नहीं बल्कि नियम के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की ज़रूरत है जो चयनित चित्रों में नहीं दिखाई पड़ती। इस सारी प्रक्रिया को सुधारा जाना चाहिए।
- निर्वाचित लेखों के चित्र ही नहीं लिए जाने को कहा, वरन निर्वाचित लेखों से जुड़े चित्र लेने की बात कही है। साथ ही अन्य अच्छे व लम्बे लेखों, आलेखों से जुड़े चित्र भी डालने की बात कही है। एक तो आलेख महिनों नहीं, मात्र १ दिन को आते हैं। दूसरे निर्वाचित लेख के चित्र भी महिनों नहीं, १ महीना रहता है, वो भी बस एक ही चित्र। उससे जुड़े कई अन्य अच्छे चित्र भी ढूंढे जा सकते हैं। रही बात कॉमन्स के पूर्व निर्वाचित चित्र लेने की, तो जो पहले ही निर्वाचित हैं, उस ही पर हम भी अपनी मुहर लगाते चले जाएं, तो हमने नया क्या किया। पूर्णीमा जी द्वारा प्रकाश डाली गईं विकिमीडिया चित्र मानदंड संहिता के अनुसार यदि हम चित्र चुनाव करें (ध्यान से कि उन मानदण्डों का पूर्ण पालन हो) तो कुछ नया करने से ही तो नयापन आएगा। हां, कॉमन्स के निर्वाचित चित्र भी लिए जा सकते हैं, लिए जाएंगे, और लिए भी हैं। उसमें कोई दोराय नहीं, कि वे अत्योत्तम स्तर के होते हैं। पर तब हमारा विवेक, पसंद, रुचि, ज्ञान, नियमपालन कैसे काम आएंगे।--आशीष भटनागरसंदेश ००:५९, २६ मार्च २००९ (UTC)
--Munita Prasadवार्ता १०:२२, १४ अप्रैल २००९ (UTC)
- विवेक पसंद रुचि और ज्ञान को नियम के बाहर जाकर दिखाने को किसने कहा है? मैंने हर बार यही कहा है, कि मानदण्डों का पालन करके चित्र चुनाव करें।
नियम के अंदर रहने का अर्थ यह कदापि नहीं, कि हम मात्र कॉमन्स के चित्रों पर एक और मुहर लगाते जाएं। इसमें नियम कैसे टूटा है, यह समझ नहीं आया। बाकी विस्तृत उत्तर नीचे दिया गया है।--आशीष भटनागरसंदेश ११:४५, १५ अप्रैल २००९ (UTC)
- जैसा हम लेखको को ज्ञात है कि प्रत्येक विकि पर चाहे वह किसी भी भाषा का हो, एकरूपता और उपरोक्त संदर्भित विकिपीडिया के मानदंडों का पालन करना चाहिए । यहां लोकतंत्र है और जरूरत के अनुसार निर्णय भी लिए जा सकते है लेकिन उस काम को करने से पहले साथियों से सलाह-मशवरा कर लेना उप्युक्त रहता हैं । कोई भी चित्र या लेख चयन करने से पहले हमे उसे वोटिंग के लिए रखना चाहिए ताकि हमारा लोकतांत्रिक ढाँचा कायम रहे । अंततः हमे विकिपीडिया के मानदंडों को ही संविधान की दृष्टि से देखना चाहिए । --राजीवमास ०८:४४, १५ अप्रैल २००९ (UTC)
चयन के विषय में
संपादित करेंनिर्वाचित या प्रमुख चित्र के चयन के विषय में कुछ बाते हैं, जिन पर ध्यान दिलाना चाहता हूं:
- जैसा राजीव जी ने ऊपर कहा है, कि वोटिंग की प्रक्रिया होनी चाहिए, तो:
- क्या वोटिंग के लिए मात्र प्रबंकों के वोट गिने जाएंगे?
- या पंजीकृत सदस्यों के वोट भी गिने जाएंगे?
- यदि केवल प्रबंधक ही वोट देंगे, तो कितने प्रबंधक यहां सक्रीय हैं? साप्ताहिक रूप से चित्र बदलने के लिए कम से कम ५-१० ऐसे प्रबंधक होने चाहिए जो कि सप्ताह में कम से कम ५ दिन लॉग इन हों।
- वर्तमान व्यवस्था उस समय की है, जबकि प्रमुख चित्र महीनों ऐसे ही पड़ा रहता था, और कभी कभार शायद एक ही प्रबंढक उसे बदल देता था, जिसके पास और बहुत काम भी था।
- उस व्यवस्था से तो हम निश्चित ही हजार गुणा बेहतर हैं।
- चित्र का चयन अनिवार्य रूप से कॉमन्स के निर्वाचित रूप किए गए चित्रों से ही करने के पक्ष में मैं बिल्कुल नहीं हूं। हां मैंने पहले भी कई बार कहा व लिखा है, कि ८०% चित्र वहां से ले सकते हैं। वो भी खास अवसरों के छोड़कर।
- ऐसा करना तो यही हुआ, कि भारत रत्न देने के लिए हमारे पास तो अपनी चयन प्रक्रिया नहीं है, क्यों ना हम नोबल पुरस्कार धारकों को ही रैंडम क्रम से भारत रत्न देते रहें। नोबल पुरस्कार कोई ऐसे ही थोड़ी दिया जाता है, वो बहुत कड़ी चयन प्रक्रिया के बाद होता है, तो उस ही पहले से चुने हुए लोगों की सूची को हम एक भारत की मुहर भी लगा दें।
- ऐसा किस गैर-अंग्रेजी विकि में होता है? जरा उदा० के लिए अंग्रेजी विकि का ही आज का चित्र देखें| यह मात्र 1,500 × 2,258 pixels रिज़्यॉल्यूशन का है। हां इस पर लिखित मैटर अवश्य ५ वाक्यों का है, जिसमें ३-५ लिंक भी हैं। यह कॉमन्स में चयनित भी नहीं है।
- कल का अंग्रेज़ी विकी का चयनित चित्र देखें। यह तो 1,536 × 1,078 pixels का मात्र है, ऊपर वाले से भी कम।
- तो क्या ये चित्र कॉमन्स के निर्वाचन के मोहताज हैं? तब हम ही क्यूं रहें। हम अपने संदर्भ के चित्र भी बीच बीच में क्यों ना डालें। जिसे कॉमन्स के चित्र देखने हों, वो वहां जाकर देख सकता है। ये तो वैसे ही है, कि जैसे लेखों में अंग्रेज़ी के संदर्भ डालना बेकार है, जबकि वही संदर्भ अंग्रेज़ी के समानांतर लेख में पहले ही पड़े हैं। हां जहां तक किसी खास व्यक्ति की पसंद की बात है, तो उसके लिए चुनाव प्रक्रिया अवश्य होनी वाहिए। किंतु ये चुनाव का सुझाव कम से कम ५-८ लोगों के बीच हो। या फ़िर जो चाहे चित्र प्रत्याशित करे। मानदण्ड पर खरे उतरते चित्र अवश्य लगेंगे। हां समय लगेगा, तो इतना तो प्रतीक्षा करनी ही होगी। या साप्ताहिक तौर पर ना करके प्रतिदिन बदलें।
- आलॆख का चुनाव कौन करता है? कितने लोग हैं? एक ही व्यक्ति ना। जब कोई उस काम को संभाल ही नहीं पा रहा, तो करने वाले पर हम कैसे उंगली उठा सकते हैं?
- क्या आप जानते हैं के विषय में भी यही सब लागू होता है।
- मात्र कॉमन्स की बात किसी ने कही, तो दूसरे उसको दोहरा दें, यह तो गलत बात है। हमारी क्या पहचान होगी फिर?
- वर्ना तो निर्वाचित लेख भी अंग्रेजी के लाइन बा लाइन अनुवाद करके ही बनाए जाएं? क्या ऐसा संभव है?
उपरोक्त बातों के सही उत्तरों के लिए बहुत आवश्यक है कि हमारे पास कम से कम १० सक्रीय प्रबंधकों की टीम हो। जो चुनाव का काम सुचारु रूप से करे। और अलग अलग लोग अपने अपने क्षेत्र बांट लें, और विकि के उत्थान में लगें। --आशीष भटनागरसंदेश ११:३६, १५ अप्रैल २००९ (UTC)
- व्यक्तिगत रूप में मुझे लगता है कि इस विषय को आवश्यता से अधिक खींचा जा रहा है । साथ ही इसे अनावश्यक तथ्यों के साथ प्रस्तुत कर नकारात्मक सोच उत्पन्न हो रही है । वोटिंग प्रक्रिया में कोई भी सद्स्य चाहे वह प्रबन्धक है या नही यहां तक की वह बिना लाग-इन हुए भी अपना मत व्यक्त कर सकता हैं । प्रबन्धको या किसी सद्स्य का क्षेत्र बांट कर काम करना भी तार्किक नही है । यहाँ सभी लेखक अपनी-अपनी रूचि के अनुसार लिखते हैं, किसी पर कोई बन्धन या आदेश पर विकिपिडीया विचार नही करता । कोई भी लेखक किसी भी विषय पर लिख सकता है और आवशक्ता अनुसार श्रेणी, साँचे,आदि का निर्माण कर सकता हैं । जहा तक चित्र समन्धी उपरोक्त विचार है तो मेरे उप्रोक्त विचार को देख लिया जाए । साथ ही मै यह कहना चाहता हूं कि विकिपिडीया कॉमन्स अपने आप में बहुत बडा महत्व रखता है जिसे समझना चाहिए । बाकि आप सभी अधिक समझदार है थोडा समझ कर और थोडा समझा कर इस पर विराम दें । विकिपिडिया नें हम हिन्दी भाषियों को एक लोकतांत्रिक मौका दिया है, एकतांत्रिक हो कर हम इसका समुचित उपयोग नही कर सकते । हमे अपनी कोई पहचान नही बनानी वरन् अपनी पहचान को साबित करना हैं --राजीवमास ०७:१२, १७ अप्रैल २००९ (UTC)
- मैं इतना तो जरूर कह सकता हूँ कि कॉमन्स के चित्रों को लेने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए । क्योंकि हमारे चित्रों की लाइब्रेरी उतनी बड़ी और आकर्षक नहीं कि हम उन्हें नियमित रूप से प्रयोग कर सकें । जिस दिन हम, चित्रों के मामले में आत्म निर्भर हो जाएंगे उस दिन ऐसा करना उचित होगा । कॉमन्स से मेरा मतलब ये नहीं कि हाल में Picture of the Day में प्रदर्शित चित्र ही हों, वो पुराने और अपने हिसाब से चयनित हो सकते हैं । कॉमन्स बहुत बड़ा है और वहाँ कई आकर्षक और रुचिकर चित्र हैं इसमें कोई संदेह नहीं । यहाँ मैं ये भी बताता चलूँ कि आशीष जी ने अपने तर्क में उपर जो इस अंग्रेज़ी विकि के कॉलम में गैर-कॉमन्स चित्र का उदाहरण दिया था उसमें मुझे सच्चाई नज़र नहीं आई और ये लेख अपने पूर्ण अस्तित्व के साथ कॉमन्स में मौजूद है (अगर मैं गलत हूँ तो कृपया बताईयेगा), शायद उन्होंने कोई और चित्र देखा होगा । एक बात और जो यहाँ किसी ने नहीं उठाई, कि इन चित्रों के नीचे लिखी टिप्पणियों में भाषिक या तथ्यात्मक अशुद्धियाँ बिल्कुल सह्य नहीं हैं । मैंने कई बार ऐसा देखा है और मुखपृष्ठ पर ऐसी अशुद्धियाँ बिल्कुल शोभा नहीं देती । यद्यपि मैं इसमें सुधार तो (नियमित रूप से) नहीं कर सकता पर लेखकों और संपादकों से अनुरोध है कि वि इन मानकों का ख्याल रखें । जहाँ तक निर्वाचित लेखों की बात है वो एकदम सही हैं और उनकी तुलना चित्रों के साथ नहीं हो सकती क्योंकि लेखों और चित्रों की हमारी गुणवत्ता में बहुत अन्तर है (कम से कम अभी)। मैं वोटिंग के लिए सभी सदस्यों के वोट के पक्ष में हूँ । राजीव जी ने जो कहा वो बिल्कुल सही है कि इसको अनावश्यक रूप से खींचा जा रहा है और मैं अगर ऊपर के सभी विचारों का सार प्रस्तुत करूँ तो ऐसा लगता है कि अधिकांश लोग कॉमन्स के चित्र नियमित रूप से लगाने के विरुद्ध नहीं हैं । वोटिंग होनी चाहिए । मैं इसमें भाग लेने की भरसक कोशिश करुंगा । --अमित प्रभाकर ०२:५०, १९ अप्रैल २००९ (UTC)
आगे जारी
संपादित करेंमैंने ये कभी नहीं कहा, कि मैं कॉमन्स के चित्र लेने के पक्ष में नहीं हूं। हां जो कहा है, वो ये है, कि मात्र कॉमन्स के ही निर्वाचित चित्र की सीमा में बंधे ना रहें हम। कॉमन्स के चित्र तो अवश्य लिए जाने चाहिए, जाते हैं, और वहां लोड भी किए जा सकते हैं। बल्कि हमें प्रयासरत होकर अपने चित्र वहीं अपलोड करने चाहिएं। लेकिन केवल कॉमन्स के निर्वाचित चित्र ही लिए जाएं, बस इस बात का खंडन किया है मैंने। बल्कि यह भी कहा था, कि हम ८०% चित्र वहीं से लें, और शेष चित्र यहां से ले लें, जो कि खासकर हिन्दी के प्रमुख लेखों से जुड़े हों।
हां, विषय समाप्त करने के लिए हमें एक निर्णय लेना होगा। और इस प्रक्रिया के मानदण्डों में यदि आवश्यक है, तो बदलाव लाने होंगे, जो कि एक बार निश्चित हो जाएं। और यह भी कहूंगा, कि प्रमुख चित्र ही क्यों, अन्य अनुभागों में भी यही प्रक्रिया क्यों ना आरंभ की जाए। वोटिंग में हम कम से कम दो महीनों के लिए चित्र, लेख और आलेख सुरक्षित रख लें। और समय आने पर लगाते रहें। यह वोटिंग यदि सभि लोग कर सकते हैं, तो इस चर्चा को भि चौपाल, या ऐसे ही किसी सार्वजनिक मंच पर करें तो क्या बेहतर नहीं होगा। इसके अलावा वोटिंग को यथासंभव लॉग्ड इन सदस्य ही करें, तो कुछ स्तर बना रहेगा। शेष जैसी सभी की राय हो।
एक और बात उपरोक्त संदर्भित चित्र के बारे में (जो अंग्रेजी विकि में दिखाया गया था)। मैंने यही कहा था, कि वह चित्र जैसे अपने साथ अंग्रेज़ी के लेखों का समर्थन रखता है, किंतु कॉमन्स पर निर्वाचित नहीं है, वैसे ही हम भि अपने चित्र डाल सकते हैं, जो कि अपने साथ हिन्दी के अच्छे लेखों का समर्थन लिए हों। हां जो लिखित मैटर बताया गया है, वो मैटर चित्र के साथ दर्शित मैटर को कहा है, ना कि उससे जुड़े लेखों के नाप के बारे में। ना कि उस चित्र की कहीं बुराई की है। --आशीष भटनागरसंदेश १०:४१, २० अप्रैल २००९ (UTC)
केन्द्रीय सचिवालय
संपादित करेंयह इमारत भारत की राजधानी नई दिल्ली में, रायसीना की पहाङी पर स्थित है। यहाँ भारत सरकार का केन्द्रीय सचिवालय है । इसमें दो इमारतें, बिलकुल एक जैसी, पर प्रतिबिम्ब रूप में राजपथ के उत्तर व दक्षिण में स्थित हैं ।
- फोटो के साथ दिए गए पूरे परिचय में यह पता नहीं लगता कि यह क्या है। "यह भारत की राजधानी नई दिल्ली में, रायसीना की पहाङी पर स्थित है।" मगर यह है क्या?
- विराम के पहले खाली स्थान है।
- पहाड़ी की वर्तनी गलत है।
- चित्र की दाहिनी ओर ऊपर काला धब्बा दृश्य को अवरुद्ध करता है जो श्रेष्ठ चित्र के लिए ठीक नहीं है। चित्र में कॉपी राइट का लाइसेंस भी नहीं है।
--Munita Prasadवार्ता १५:१२, २२ अप्रैल २००९ (UTC)
- परिचय में साफ लिखा है, कि इस इमारत में भारत सरकार का केन्द्रीय सचिवालय स्थित है। इससे अधिक परिचय के लिए भारत सरकार और केन्द्रीय सचिवालय के लिंक दिए हैं।
- विराम के पहले का स्थान केवल इस सूची में है। कृपया ठीक से देखें, वह मुखपृष्ठ पर नहीं है।
- पहाङी की वर्तनी सुधार कर पहाड़ी कर दी गई है।
- चित्र के पृष्ठ पर जाएं, व देखें कि वहां में साफ लिखित है: self taken photo और वह मेरे द्वारा ही अपलोड किया गया और प्रयोग किया गया है। अतएव इस चित्र में अतिरिक्त कॉपीराइट के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है। काला धब्बा हटा अत्यधिक छोटा था, फिर भी हटा कर बेहतर संस्करण अपलोड किया गया है।
--आशीष भटनागरसंदेश १८:०२, २२ अप्रैल २००९ (UTC)
- वाक्य रचना अशुद्ध है। स्पष्ट लिखना चाहिए कि यह भारत सरकार का केन्द्रीय सचिवालय भवन है।
- सेल्फ टेकेन फोटो तो ठीक है लेकिन आप किस लाइसेंस के अंतर्गत प्रकाशित कर रहे हैं? आपको आवश्यकता नहीं है पर विकिपीडिया को है। कम से कम {{PD-Self}} लगाएँ उपयुक्त लाइसेंस ज़रूरी है।
--Munita Prasadवार्ता १८:३८, २२ अप्रैल २००९ (UTC)
- प्रबंधक कृपया शिकायत करने से पहले लेख को पढ़ लेतीं तो बेहतर होता। यह इमारत भारत सरकार का केन्द्रीय सचिवालय भवन नहीं है। सचिवालय यहां स्थित ही है। इसके अलावा यहां कई अन्य मंत्रालय भी स्थित हैं।
- चित्र में लाइसेंस नहीं है, ये चित्र के वार्ता पृष्ठ पर शिकारत करें। यहां करने के लिए इतना कहना ही काफी होगा, कि मेरा अपलोडेड चित्र मुझे प्रयोग करने के लिए कोई कापीराइट की आवश्यकता नहीं है।
- प्रबंधकगण यदि इतने ही औपचारिक रहे तो हिन्दी विकी का कल्याण हो चुका। क्या यह बात मेरी वार्ता पर नहीं हो सकती है। यह स्थान इस वार्ता के लिए नहीं है। कम से कम इस पृष्ठ की वार्ता पर ही चर्चा करें। कुछ समय में ये संचाद यहां से हटा दिए जाएंगे, क्योंकि कल इस चित्र का अंतिम प्रदर्शन दिवस है।--आशीष भटनागरसंदेश ०९:२१, २४ अप्रैल २००९ (UTC)
- कामंस द्वारा गुणवत्ता के आधार पर निरस्त चित्र को भी आप अपने अनेकों अनेक तर्कों की सहायती से क्यों चुनना चाहते हैं? इसकी जगह पर एक बेहतर चित्र का प्रस्ताव मैं देती हूँ जिसका हिन्दी विकि पर सम्बन्धित लेख भी बढ़िया है।
--Munita Prasadवार्ता ०३:०७, २८ अप्रैल २००९ (UTC)
- आपके कामंस द्वारा निरस्त चित्र की बात से मैं सहमत नहीं हूं, किंतु हां सुझाव सहित होने के कारण इसकी भावना की प्रशंसा करता हूं। --आशीष भटनागरसंदेश ०९:५५, २८ अप्रैल २००९ (UTC)
साल्मोनेला टाइफीम्यूरियम एक जीवाणु है, जो कि भोजन विषात्तन के लिए उत्तरदायी है।
- कामंस द्वारा गुणवत्ता के आधार पर निरस्त चित्र है हम इसको चयनित नहीं कर सकते।
--Munita Prasadवार्ता १७:३८, २२ अप्रैल २००९ (UTC)
- यह चित्र तुर्की विकिपीडिया द्वारा निर्वाचित चित्र है। This is a featured picture on Turkish Wikipedia (Seçkin resimler) and is considered one of the finest images.देखें। अय्र यह भी ध्यान योग्य है, कि तुर्की विकिपीडिया विश्व में अन्य विकि के मुकाबले सत्रहवें स्थान पर आता है। जबकि हिन्दी मात्र ४६ पर ही है अभी। उनकी गहराई भी १२१ है। उनका स्तर हिन्दी से कहीं ऊंचा है। हिन्दी के १४००० के मुकाबले उनके २,१८,००० सदस्य हैं। इस प्रकार वो हिन्दी से स्तर में कहीं ऊंचा है।
- दूसरा आपने शायद देखा नहीं, कि इसे ४ गलत के मुकाबले ६ सही वोट मिले हैं। और हिन्दी में अभी तक कोई ऐसा नियम नहीं है, कि मात्र कॉमन्स के चयनित चित्र ही आवश्यक रूप से लिए जाएं।--आशीष भटनागरसंदेश १५:०३, २६ अप्रैल २००९ (UTC)
नीबू इत्यादि के चित्र
संपादित करें- यह चित्र हिन्दी विकिपीडिया के किसी भी लेख से जुड़ा हुआ नहीं है। ऐसा कोई भी चित्र जो हिन्दी विकि के किसी लेख से जुड़ा नहीं है कभी भी निर्वाचित चित्र बन कर मुखपृष्ठ पर नहीं आना चाहिए। इसके पहले वाले सप्ताह भी नीबू चित्र एक ऐसा ही चित्र था जो कि किसी भी लेख से जुड़ा हुआ नहीं था। उस चित्र को मैंने नीबू लेख से जोड़ा तथा लेख को बेहतर बनाया। लेख बाद में आज का आलेख में चयनित होकर मुखपृष्ठ पर भी आया। आप इस बात का ख्याल रखें कि ऐसे चित्र मुखपृष्ठ पर नहीं आएँ जो किसी लेख से जुड़े न हों। उनको लाना ही है तो किसी लेख से जोड़िए एवं उस सम्बन्धित लेख को भी कुछ बेहतर बनाइए। आपके इस प्रस्तावित चित्र के बदले मैंने कमल के फूल वाले चित्र का प्रस्ताव दिया है, जिससे एक बेहतरीन लेख कमल जुड़ा हुआ है। कमल आज के आलेख का चयनित लेख हैं एवं प्रस्तुत चित्र की भूमिका उस लेख के लिए अहम है। --Munita Prasadवार्ता ०५:५९, १० मई २००९ (UTC)
- चित्र प्रस्ताव हेतु धन्यवाद। चित्र बदल दिया गया है। ध्यान-योग्य: सभी पौधे वनस्पति जगत के ही होते हैं। दूसरा चित्र के साथ लिखे परिचय वाक्य में न्यूनतम एक लिंक होना चाहिए, चित्र ही कहीं प्रयोग हुआ हो, यह आवश्यक नहीं है। जैसे कि नींबू के लेख में कोई और नींबू का चित्र भी प्रयोग हो सकता है, किंतु इस चित्र के साथ नींबू का लिंक नींबू के लेख तक अवश्य जाए।इस ही प्रकार द्वीपसमूह के चित्र को कहीं प्रयोग ही किया हो, यह नहीं है, वरन उसके साथ दिए अंडमान के लिंक पर लेख अवश्य होना चाहिए। भविष्य में लेख के चित्र कोई बदल भी सकता है, तब किस प्रकार हम उस चित्र को लेख से जोड़ेंगे?--आशीष भटनागरसंदेश ११:५४, १० मई २००९ (UTC)
- आप बहुत ही विचित्र किस्म के व्यक्ति हैं। एक तो आप सुझाव मांगते हैं और जब कोई सुझाव देता है तो हर संभव प्रयास करते हैं कि यह सिद्ध कर दे कि उसका सुझाव गलत है। अपनी हर सही या गलत बात को तर्क के द्वारा सही सिद्ध कर देना चाहते हैं और नहीं तो सुझाव देने वाले की गलतियाँ ढुढने लगते हैं। निर्वाचित चित्र की यह भी एक शर्त है कि वह विकिपीडिया के किसी लेख से जुड़ा हो तथा उस लेख के लिए महत्व रखता हो। आपने लिखा हे कि यह आवश्यक नहीं कि लेख में उस चित्र का प्रयोग हो तो, तो श्रीमान् यह अत्यन्त आवश्यक है। भविष्य में इसका ध्यान रखिए। Wikipedia:Featured picture criteria से यह लाइन मैं दे रही हूँ इसको पढ़ लिजिए। Adds value to an article and helps readers to understand an article.
- The image is used in one or more articles.
- A picture's encyclopedic value is given priority over its artistic value.
--Munita Prasadवार्ता १२:५६, १० मई २००९ (UTC)