विलहम कॉनरैड रॉटजन
विलहम कॉनरैड रॉटजन सन् १९०१ के भौतिकी में नोबेल पुरस्कार विजेता थे। इन्हें यह पुरस्कार उनके द्वारा एक्स रे की खोज के लिए दिया गया था। रॉटजन ने एक्स रे की खोज साल 1895 में की थी।[1][2]
विलहम रॉटजन | |
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जन्म |
Wilhelm Conrad Röntgen (विलहम कॉनरैड रॉटजन) २७ मार्च १८४५ लेन्नेप, राइन प्रान्त, जर्मन परिसंघ |
मृत्यु |
10 फ़रवरी 1923 म्यूनिख, बायर्न, जर्मनी | (उम्र 77)
राष्ट्रीयता | जर्मन |
क्षेत्र |
भौतिकी एक्स-रे खगोल विज्ञान |
संस्थान |
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शिक्षा |
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डॉक्टरी सलाहकार | अगस्त कुण्ड्ट |
डॉक्टरी शिष्य |
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प्रसिद्धि | ऍक्स किरणे |
उल्लेखनीय सम्मान |
मेत्तेच्ची मेडल (1896) रुमफोर्ड मेडल (1896) इलियट क्रेसन मेडल (1897) बर्नार्ड मेडल (1900) भौतिकी में नोबेल पुरस्कार (1901) |
इन्हें भी देखेंसंपादित करें
सन्दर्भसंपादित करें
बाहरी कड़ियाँसंपादित करें
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