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  • 02:0802:08, 22 नवम्बर 2018 अन्तर इतिहास +41 हाडी मुगलकाल से पहले हाडी डोम एवं चांडाल का सयुक्त वर्णन मिलता है , ओर हलालखोर , हलखोर, राउत , बाल्मिकी या लालबेगी समुदाय इसके बाद अस्तित्व मे आयी हुई जातिया है , जो उस समय के क्षत्रिय हारे हुए लोग होगे , क्योकि हाडी जाति की संस्कृति अति प्रचिन है यहा तक की किसी शादी विवाह , मरने पर दाह शंस्कार इत्यादि मे ब्रहम्ण की कोइ स्थान नही है जबकी हलखोर , लालबेगी मे ब्रहम्ण को पुरोहित की तरह बुलाकर पुजा इत्यादि होती है , अतः हाडी जाति डोम एव चांडाल के समरूप जातिया है परन्तु हलखोर एव बाल्मीकि के समरूप नही है टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

21 नवम्बर 2018

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