Ankit kumar vijeta के सदस्य योगदान

योगदान खोजेंविस्तार करेंछोटा करें
⧼contribs-top⧽
⧼contribs-date⧽

10 फ़रवरी 2020

24 जनवरी 2020

11 जनवरी 2020

7 अगस्त 2019

  • 08:0808:08, 7 अगस्त 2019 अन्तर इतिहास −1,155 सदस्य:Ankit kumar vijeta बुराई की मज़बूर,...शराब, कोई होश खोने के लिए पीता है और कोई होश में आने के लिए, कोई जीने के लिए पीता है कोई मरने के लिए, कोई एन्जॉय के लिए पीता है तो कोई दर्द में ज़ीने के लिए, कोई इसे नाशा कहता है तो कोई इसे दवा कहता है, कोई इसे मज़बूरी में पीता ही, एक रिक्शा वाला इसलिए पीता है की उसे दिनभर की थकान में भी नींद आ जाये वहीँ एक डॉक्टर इसलिए पीता है की ऑपरेशन करते वक़्त उसका हाथ न कापे, चौकीदार इसलिए पीता है की वो रात भर पहरे दे सके, क्या है ये मजबूरी? टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 08:0608:06, 7 अगस्त 2019 अन्तर इतिहास +10 सदस्य:Ankit kumar vijeta बुराई की मज़बूर,...शराब, कोई होश खोने के लिए पीता है और कोई होश में आने के लिए, कोई जीने के लिए पीता है कोई मरने के लिए, कोई एन्जॉय के लिए पीता है तो कोई दर्द में ज़ीने के लिए, कोई इसे नाशा कहता है तो कोई इसे दवा कहता है, कोई इसे मज़बूरी में पीता ही, एक रिक्शा वाला इसलिए पीता है की उसे दिनभर की थकान में भी नींद आ जाये वहीँ एक डॉक्टर इसलिए पीता है की ऑपरेशन करते वक़्त उसका हाथ न कापे, चौकीदार इसलिए पीता है की वो रात भर पहरे दे सके, क्या है ये मजबूरी? टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 08:0508:05, 7 अगस्त 2019 अन्तर इतिहास +1,145 सदस्य:Ankit kumar vijeta बुराई को मज़बूर,...शराब, कोई होश खोने के लिए पीता है और कोई होश में आने के लिए, कोई जीने के लिए पीता है कोई मरने के लिए, कोई एन्जॉय के लिए पीता है तो कोई दर्द में ज़ीने के लिए, कोई इसे नाशा कहता है तो कोई इसे दवा कहता है, कोई इसे मज़बूरी में पीता ही, एक रिक्शा वाला इसलिए पीता है की उसे दिनभर की थकान में भी नींद आ जाये वहीँ एक डॉक्टर इसलिए पीता है की ऑपरेशन करते वक़्त उसका हाथ न कापे, चौकीदार इसलिए पीता है की वो रात भर पहरे दे सके, क्या है ये मजबूरी? टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

1 अक्टूबर 2015