Ashokverma.arya के सदस्य योगदान

योगदान खोजेंविस्तार करेंछोटा करें
⧼contribs-top⧽
⧼contribs-date⧽

12 नवम्बर 2022

  • 00:3000:30, 12 नवम्बर 2022 अन्तर इतिहास +716 सदस्य:Ashokverma.aryaनया पृष्ठ: अर्थागामो नित्यमरोगिता च   प्रिया च भार्या प्रियवादिनी च। वश्यश्च पुत्रोऽर्थकरी च विद्या,    षड्जीवलोकस्य सुखानि राजन्।। भावार्थ:- हे राजन्! नित्य धनागम, प्रेम करने वाली व सत्य... वर्तमान टैग: यथादृश्य संपादिका मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

20 अप्रैल 2022