Hindiwriter1 के सदस्य योगदान

योगदान खोजेंविस्तार करेंछोटा करें
⧼contribs-top⧽
⧼contribs-date⧽

17 जुलाई 2021

  • 02:3902:39, 17 जुलाई 2021 अन्तर इतिहास +5,577 सदस्य वार्ता:Dr. MUNNA SAH MANAVमिट्टी की बनी चीज़ / पत्थर के घर में / क्या शोभा देती है / इस्पात से बना / डेहरी का बहुरूपिया / आ गया था / पत्थर दिल भी होते / पत्थर के घर भी / न मिट्टी बची / न मिट्टी का हृदय।'- एक युवा कवि की यह चिंता हमारे समय की एक बड़ी चिंता है। और यह बात सुकून देती है कि हमारा बिखरता समय आज की पीढ़ी के भीतर एक रचनात्मक विचलन पैदा कर रहा है। मुन्ना साह की कविताएं किसी विराट की कामना नहीं करतीं , और न ही कोई विराट बुनती हैं। लेकिन ये हमारे समय और जीवन के उलझे और लगातार टूटते धागों का सिरा कहीं न कहीं ज़रू... टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 02:3602:36, 17 जुलाई 2021 अन्तर इतिहास +6,000 सदस्य वार्ता:Dr. MUNNA SAH MANAV→‎"डेहरी" पुस्तक की समीक्षा: नया अनुभाग टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

28 मई 2021

12 मार्च 2021

27 फ़रवरी 2021