"बिहार जाति आधारित गणना 2023": अवतरणों में अंतर
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बिहार सरकार ने 6 जून 2022 को बिहार में जाति सर्वेक्षण कराने के लिए अधिसूचना जारी की थी।<ref>{{cite web|url=https://www.thehindu.com/news/national/other-states/nitish-kumar-welcomes-scs-dismissal-of-pleas-against-bihar-caste-survey/article66413552.ece|title=Nitish Kumar welcomes Supreme Court decision}}</ref> इस काम में बिहार सरकार आकस्मिकता निधि (कंटीजेंसी फंड) से 500 करोड़ रुपये खर्च करेगी,<ref>{{cite web|url=https://www.prabhatkhabar.com/state/bihar/patna/caste-census-reached-patna-high-court-decision-could-get-stuck-asj|title=जातीय जनगणना का मामला पहुंचा हाइकोर्ट, नीतीश सरकार के फैसले पर फंस सकता है पेंच}}</ref><ref>{{cite web|url=https://www.jagran.com/bihar/patna-city-the-matter-of-caste-based-survey-reached-the-high-court-in-bihar-the-challenge-given-to-the-decision-of-the-government-on-this-point-22826634.html|title=बिहार में जाति आधारित गणना का मामला पहुंचा हाईकोर्ट, सरकार के निर्णय को इस बिंदु पर दी गई चुनौती}}</ref><ref>{{cite web|url=https://www.hindustantimes.com/cities/patna-news/bihar-caste-based-census-to-be-finished-by-february-2023-cabinet-101654177609459.html|title=Bihar caste-based census gets cabinet nod, to be completed by February 2023}}</ref> जबकि 5 लाख कर्मचारी मिलकर पूरे राज्य में इस सर्वे को अंजाम देंगे।<ref>{{cite web|url=https://www.aajtak.in/india/bihar/story/caste-survey-in-bihar-500-crore-rs-will-be-spent-5-lakh-employees-will-do-this-work-lclk-1610715-2023-01-07|title=बिहार: 500 करोड़ रु, 5 लाख कर्मचारी...ऐसे पूरी होगी जाति आधारित जनगणना}}</ref><ref>{{cite web|url=https://timesofindia.indiatimes.com/t10-january-21-2023/6-let-the-caste-count-begin/articleshow/97181146.cms|title= Let the caste count begin}}</ref> इसमें सरकारी कर्मचारी के अलावा आंगनबाड़ी सेविका और जीविका दीदी भी काम करेंगी। मई 2023 तक इस सर्वे को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।<ref>{{cite web|url=https://www.indiatoday.in/india/story/caste-based-survey-to-begin-in-bihar-from-jan-seven-2317937-2023-01-05|title=Caste-based survey to begin in Bihar from Jan 7}}</ref>
बिहार में जाति आधारित गणना के लिए पोर्टल को तैयार कर लिया गया है।<ref>{{cite web|url=https://www.jagran.com/bihar/patna-city-portal-is-ready-for-bihar-caste-census-data-will-soon-uploaded-23302675.html|title=Bihar Caste Census: जाति आधारित गणना का पोर्टल तैयार, राज्य के वित्त मंत्री बोले-70 फीसदी हुआ आरंभिक काम}}</ref> बिहार में जाति आधारित गणना के लिए डिजिटल काम का जिम्मा दिल्ली की कंपनी ट्रिगिन टेक्नोलॉजीज को सौंपा गया है।<ref name="leftout">{{cite web|url=https://www.hindustantimes.com/cities/patna-news/bihar-government-considers-mop-up-round-for-caste-based-survey-after-complaints-of-exclusion-by-enumerators-101691857091553.html|title=Bihar caste survey: Govt mulls mop-up round for those left out}}</ref>
[[File:Nitish Kumar inaugurating caste based census in 2023 in his ancestral village of Bakhtiarpur with his family members part3.jpg|right|thumb|15 अप्रैल 2023 को अपने पैतृक गांव बख्तियारपुर में जाति आधारित सर्वेक्षण कर रहे अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए नीतीश कुमार]]
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==गणना रिपोर्ट==
वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर बिहार में परिवार की संख्या एक करोड़ 89 लाख थी। 12 वर्षों में इसमें एक करोड़ 61 लाख वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है। इसी तरह राज्य में एक से सवा करोड़ घर या बसावट होने का भी आंकलन किया जा रहा है। 2011 की जनगणना के अनुसार पटना में प्रति परिवार में सदस्यों की संख्या औसतन 4.1 थी जो 2022 में बढ़ाकर 5.3 हो गई है यानी प्रति परिवार सदस्यों की संख्या में 1.2 की बढ़ोतरी हुई है। पटना जिले की जनसंख्या 58 लाख से बढ़कर 73 लाख हो गई है।<ref>{{cite web|url=https://www.bhaskar.com/local/bihar/patna/news/patnas-population-is-estimated-to-be-75-lakhs-in-2011-it-was-58-lakhs-130836515.html|title=जातिगत जनगणना का काम जारी:पटना की आबादी 75 लाख होने का अनुमान, 2011 में थी 58 लाख; 25 जनवरी से ऑनलाइन अपलोडिंग}}</ref> पिछले 11 वर्षों में पटना की जनसंख्या में 15 लाख से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। पटना जिले की जनसंख्या वृद्धि दर 2011 की तुलना में 2 अधिक बढ़ी है। परिवारों की संख्या भी चार लाख से अधिक बढ़ी है। यह 21 जनवरी तक कराई गई जाति आधारित गणना के पहले चरण की रिपोर्ट में सामने आया है।
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