प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेनसांग ने ७ वीं शताब्दी में यहाँ जीवन का महत्त्वपूर्ण एक वर्ष एक विद्यार्थी और एक शिक्षक के रूप में व्यतीत किया था।
प्रसिद्ध 'बौद्ध सारिपुत्र' का जन्म यहीं पर हुआ था।{{citation needed|date=October 2022}}
'''नालंदा''' विश्वविद्यालय शिक्षा के प्राचीन केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है और दुनिया के सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय के खंडहर यहीं हैं। विश्वविद्यालय को 2007 में पुनर्जीवित किया गया था और इसकी वास्तुकला दुनिया में सबसे अच्छी है, नालंदा विश्वविद्यालय भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों दोनों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।<ref>{{Cite news|url=https://www.prabhatkhabar.com/life-and-style/travel-and-tourism-places-to-visit-in-nalanda-with-family-and-friends-know-about-tourist-attractions-like-nalanda-university-pawapuri-surya-mandir-archaeological-museum-sry|title=नालंदा जानें का हो रहा है मन, तो इन जगहों को जरूर करिएगा एक्सप्लोर|date=1 अगस्त 2023|work=प्रभात खबर}}</ref>