शनि देब के बारे में जानकारी अपडेट
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भावार्थ:-[[शनि]] ग्रह [[वैदूर्यरत्न]] अथवा [[बाणफ़ूल]] या अलसी के फ़ूल जैसे निर्मल रंग से जब प्रकाशित होता है, तो उस समय [[प्रजा]] के लिये शुभ फ़ल देता है यह अन्य वर्णों को प्रकाश देता है, तो उच्च वर्णों को समाप्त करता है, ऐसा [[ऋषि]], [[महात्मा]] कहते हैं।
 
शनिबार का दिन कर्मफल दाता और न्याय के देवता [[शनिदेव]] को समर्पित है, इस दिन [[शनिदेव]] को प्रसन्न करने के लिए विधि पूर्वक उनकी पूजा करनी चाहिए. शनिदेव की आरती करने से आपको कई प्रकार के लाभ होते हैं, इसके साथ ही कुंडली से शनि के अशुभ प्रभाव भी कम होने लगते हैं।<ref>{{Cite news|url=https://www.prabhatkhabar.com/religion/aarti-chalisa/shani-aarti-lyrics-in-hindi-rdy-2|title=शनिवार के दिन जरूर पढ़ें शनिदेव की आरती|date=18 नवंबर 2023|work=प्रभात खबर|access-date=20 दिसंबर 2023}}</ref>
 
== शनि देव का जन्म <ref>{{Cite web |url=http://www.chhathpuja.co/my-festivals/viewbulletin/1827-Shani+dev+history?groupid=252 |title=शनि |access-date=15 दिसंबर 2012 |archive-date=4 मार्च 2016 |archive-url=https://web.archive.org/web/20160304235523/http://www.chhathpuja.co/my-festivals/viewbulletin/1827-Shani+dev+history?groupid=252 |url-status=dead }}</ref>==