"महात्मा गाँधी सेतु": अवतरणों में अंतर

महात्मा गाँधी सेतु के बारे में अपडेट
Reverted 1 edit by Raj Kumar0753 (talk): Copyrighted material (TwinkleGlobal)
टैग: किए हुए कार्य को पूर्ववत करना मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन उन्नत मोबाइल संपादन
पंक्ति 75:
[[चित्र:Gandhi Setu Bridge at Patna.jpg|right|thumb|महात्मा गांधी सेतु के पुराने ठोस अधिरचना को बदलने से पहले]]
'''महात्मा गांधी सेतु''' [[पटना]] से [[वैशाली]] जिला को जोड़ने को लिये [[गंगा नदी]] पर उत्तर-दक्षिण की दिशा में बना एक पुल है।<ref>{{Cite web |url=http://aajtak.intoday.in/story/real-seen-of-mahatma-gandhi-setu-the-longest-single-river-bridge-in-asia-1-744877.html |title=कभी रहा बिहार की शान, अब दु:स्‍वप्‍न बना गांधी सेतु |access-date=21 अप्रैल 2017 |archive-url=https://web.archive.org/web/20170422033332/http://aajtak.intoday.in/story/real-seen-of-mahatma-gandhi-setu-the-longest-single-river-bridge-in-asia-1-744877.html |archive-date=22 अप्रैल 2017 |url-status=live }}</ref> यह दुनिया का सबसे लम्बा, एक ही नदी पर बना सड़क पुल है।<ref>{{Cite web |url=http://www.hindu.com/yw/2008/06/24/stories/2008062450120500.htm |title=संग्रहीत प्रति |access-date=3 जनवरी 2009 |archive-url=https://web.archive.org/web/20120626045123/http://www.hindu.com/yw/2008/06/24/stories/2008062450120500.htm |archive-date=26 जून 2012 |url-status=live }}</ref> इसकी लम्बाई 5,750 मीटर है। भारत की प्रधान मंत्री श्रीमती [[इन्दिरा गांधी|इंदिरा गाँधी]] ने इसका उद्घाटन मई [[१९८२|1982]] में किया था। इसका निर्माण गैमोन इंडिया लिमिटेड ने किया था।<ref>{{Cite web |url=http://www.gammonindia.com/ |title=गैमोन इंडिया लिमिटेड |access-date=15 जून 2020 |archive-url=https://web.archive.org/web/20190401221643/http://gammonindia.com/ |archive-date=1 अप्रैल 2019 |url-status=dead }}</ref> वर्तमान में यह [[राष्ट्रीय राजमार्ग १९ (भारत)|राष्ट्रीय राजमार्ग 19]] का हिस्सा है। बाद में, महात्मा गांधी सेतु पर त्रिकोणीय स्टील ट्रस स्थापित करने के लिए गांधी सेतु पुनर्वास परियोजना शुरू की गई।<ref>{{cite web|url=https://www.telegraphindia.com/bihar/anatomy-of-setu-repair/cid/1359505|title=Anatomy of Setu repair}}</ref>
 
[[उत्तर बिहार]] और [[दक्षिण बिहार]] को एक सूत्र में बांधने वाला [[महात्मा गांधी सेतु]] पर बहुत जल्द ही आवागमन शुरू होने वाला है।<ref>{{Cite news|url=https://www.prabhatkhabar.com/state/bihar/patna/bihar-latest-news-transportation-on-mahatma-gandhi-setu-will-resume-from-31-of-july-by-nitin-gadkarii|title=31 जुलाई को होगा महात्मा गांधी सेतु का उद्घाटन, उत्तर और दक्षिण बिहार के लोगों को मिलेगी राहत|date=27 जुलाई 2020|work=प्रभात खबर|access-date=18 दिसंबर 2023}}</ref>
 
[[गांधी सेतु]] की मरम्मत का निर्णय साल 2014 में ने लिया था. 1383 करोड़ रुपये की इस परियोजना को साल 2018 तक ही पूरा करने का लक्ष्य तय हुआ था. गंगा नदी में बाढ़ सहित अन्य कारणों से इसमें विलंब होता रहा. अब इसके पश्चिमी लेन पर आवागमन शुरू होने से [[जेपी सेतु]] पर दबाव कम होगा साथ ही भारी वाहनों का भी आवागमन फिर से गांधी सेतु से होकर शुरू हो सकेगा।
 
==गांधी सेतु पुनर्वास परियोजना==