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मुसलमान यह स्वीकार करते हैं कि अल्लाह अकेला परवरदिगार है और हज़रत [[मुहम्मद]] (स) अल्लाह के प्रेषित (रसूल) हैं। इस तरीके से कोई भी व्यक्ति इस्लाम में जाता है। जब हज़रत मोहम्मद(स) को अल्लाह का रसूल मान ले तो उस पर वाजिब हो जाता है कि उनकी हर बात पर विश्वास रखे और अमल करने की कोशिश करे। जैसे उन्होंने कहा कि मेरे बाद कोई नबी नहीं और वे परमेश्वर के अन्तिम रसूल हैं तो इस बात पर विश्वास रखना इस्लाम के एकाधिकार में है। इस्लाम के मुख्य धर्म जिन पर मुसलमानों के किसी समुदाय में कोई मतभेद नहीं, निम्नलिखित हैं
* अल्लाह एकमात्र परमेश्वर है। इसके अलावा कोई पूजा के योग्य नहीं।
* हज़रत [[मुहम्मद]] (स) अल्लाह के सबसे प्यारे और अन्तिम रसूल हैं।
* [[नमाज़]], [[रोज़ा]], [[ज़कात]], [[हज]],[[कलमा]]
* [[कुरान]] अल्लाह की किताब है और उसका हर शब्द और अक्षर अल्लाह से है।