"प्रधानमंत्री जन धन योजना": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) छो - |
संजीव कुमार (वार्ता | योगदान) छो आधिकारिक वेबसाइट की कड़ी का स्थान सुधारा टैग: Reverted यथादृश्य संपादिका |
||
पंक्ति 15:
=== कार्ययोजना ===
*
*यह प्रस्ताव है कि अगले 3 वर्षों में प्रत्येक केंद्र की व्यवहार्यता को देखते हुए 2000 से अधिक आबादी वाले 74000 गांवों को स्वावलम्बन अभियान के अंतर्गत [[बैंकिंग कॉरस्पॉण्डेण्ट|व्यापार प्रतिनिधियों]] द्वारा कवर किया जाएगा और ऐसे केंद्रों को पूर्ण शाखाओं के रूप में परिवर्तित करने पर विचार किया जाएगा जहां 1+1 / 1+2 [[वेतन|कर्मचारी]] काम कर रहे हों।
*समूचे देश में सभी 6 लाख गांवों को सर्विस एरिया के साथ जोड़ा जाएगा, जिनमें प्रत्येक बैंक सब-सर्विस एरिया वाले 1000 से 1500 परिवारों की जरूरतें एक निश्चित बैंकिंग बिंदु से करेगा। यह प्रस्ताव है कि सब-सर्विस क्षेत्रों को बैंकिंग केंद्रों अर्थात् शाखा बैंकिंग और शाखा रहित बैंकिंग के जरिए कवर किया जाएगा। शाखा बैंकिंग का अर्थ है, ईंट गारे से बना परंपरागत शाखाएँ। शाखा रहित बैंकिंग के अंतर्गत एक नियत बिंदु व्यापार प्रतिनिधि एजेंट की सेवाएँ शामिल हैं जो बुनियादी बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करने के लिए बैंक के प्रतिनिधि के रूप में काम करेगा।
पंक्ति 30:
2 अक्तूबर 2014 तक पीएमजेडीवाई में 5.29 करोड़ खाते खोले गए, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों के 3.12 करोड़ और शहरी क्षेत्र के 2.17 करोड़ खाते शामिल हैं। 1.78 करोड़ खातों में रुपे कार्ड जारी किया गया।<ref name="pib-hi-30673">{{cite web| url = http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=30673| title = प्रधानमंत्री धन-जन योजना (पीएमजेडीवाई)| publisher = पत्र सूचना कार्यालय, भारत सरकार| date = 2 अक्टूबर 2014| accessdate = 7 अक्टूबर 2014| archive-url = https://web.archive.org/web/20141011173844/http://pib.nic.in/newsite/hindirelease.aspx?relid=30673| archive-date = 11 अक्तूबर 2014| url-status = live}}</ref> केन्द्र शासित प्रदेश पुदुचेरी और चंडीगढ़ तथा गुजरात के मेहसाणा और पोरबंदर जिलों में बैंकिंग सुविधाओं के प्रावधान के साथ समस्त परिवारों को पीएमजेडीवाई में शामिल किया गया।<ref name="pib-hi-30673"/>17 जनवरी 2018 तक 30.97 करोड़ खाते खोले जा चुके हैं जिनमें 73689.72 करोड रुपये की धनराशि जमा है ।
पिछले नौ वर्षों में
== सन्दर्भ ==
पंक्ति 36:
==बाहरी कड़ियाँ==
* {{Official website|https://pmjdy.gov.in/}}
*[https://web.archive.org/web/20160914162218/http://www.rediff.com/business/report/rs-42000-crore-and-counting-jan-dhan-is-not-just-a-re-1-trick/20160913.htm Rs 42,000 crore and counting! Jan Dhan is not just a 'Re 1 trick']
|