"जयगोपाल": अवतरणों में अंतर
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दिल्ली असेंबली बम कांड तथा [[लाहौर षड्यंत्र केस]] (साण्डर्स वध केस) की सुनवाई के समय ये अंग्रेजी हुकूमत के दवाव में आ गये, तथा HSRA के क्रान्तिकारियो के खिलाफ सरकारी गवाह बन गये। भगत सिंह को फाँसी दिये जाने के पीछे इनकी गवाही की ही भूमिका थी।
[[श्रेणी:आधुनिक भारत का इतिहास]]
[[श्रेणी:स्वतंत्रता संग्राम]]
[[श्रेणी:क्रान्तिकारी]]
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