Unreferenced; suggestive
पंक्ति 3:
 
== परिचय ==
आजकल लोग स्वाद के मजे के लोभ मे आहार के पोषक तत्वों के बारे मे विचार नहीं करते और जो पोषण हमें सहज ही प्राप्त हो जाता है उससे वंचित रह जाते हैं ऐसा ही एक पोषण तत्व है चोकर जिसे आटे को छान कर अलग करके कचरे मे फेक दिया जाता है, जो व्यक्ति इस बात का इच्छुक हो कि उसके शरीर में किसी प्रकार का मल अवरोध न हो उसे अपने आहार में चोकर को विशेष महत्त्व देना चाहिए, क्योकि भोजन के बचे हुए अंश को बाहर निकालने में चोकर सहायक सिद्ध होता है और आंतो में मल को अवरुद्ध नहीं होने देता ! अप्राकृतिक आहार और अनियमित दिनचर्या के कारण आंतों में मल रुक जाता है ! मल के इस अवरोध को कब्ज होना कहते है ! कब्ज के कारण आंतों में रुके हुए मल से सड़ांध उत्पन्न होती है जिससे गैस बनती है, वातजन्य विकार पैदा होते है जैसे पेट में मरोड़ होना, दस्त होने पर पेट साफ न होना और पेट भारी रहना, मल के साथ चिकना पदार्थ (आंव) निकलना आदि अनेक व्याधिया पैदा होती है क्योकि अकेला कब्ज होना अनेकके प्रकार कीकि व्याधियो को जन्म देने का कारण सिद्ध होता है।होता। अनेक रोगों कीकि जड़, इस कब्ज को दूर करने में 'चोकर का प्रयोग' विशेष सहायक सिद्ध होता है। चोकर के उचित प्रयोग से, आंतों में फंसे मल को आगे बढ़ने और बाहर निकलने कि प्रक्रिया में मदद मिलती है और शौच खुल कर होता है। रेशेदार पदार्थों का सेवन शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है ! जैसे-पालक, पालक का सोवा व अन्य हरी सब्जियां हरी मेथी, बथुआ, सरसों का शाक आदि छिलके वाली मूंग की दाल इत्यादि ! सब्जियां कैंसररोधी होती हैं ! विटामीन का भंडार होती हैं ! इनका सेवन रोज़ के आहार में अवश्य करना चाहिए !
 
== चोकर क्या है? ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/चोकर" से प्राप्त