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{{स्रोतहीन|date=जून 2015}}
[[इस्लाम]] के पवित्र ग्रंथ [[क़ोर'आनकुरान]] के मुताबिक हरेकहर एक समर्पित [[मुसलमान]] को साल (चन्द्र वर्ष) में अपनी आमदनी का 2.5 % हिस्सा ग़रीबों को दान में देना चाहिए। इस दान को ज़कात कहते हैं।
 
==जकात का मकसद==
जकात का मकसद यह है कि जरूरतमंदों को माली सहायता करके उनहें भी जकात देने के लायक और काबिल बनाना.
 
[[श्रेणी:इस्लाम]]
"https://hi.wikipedia.org/wiki/ज़कात" से प्राप्त