"राणा विक्रमादित्य सिंह": अवतरणों में अंतर
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राणा सांगा का अपवयक पु था माता का नाम हाडा रानी कणावती अथवा कमलावती। माता कमलावती ने संरिका के प म काम कया ।
कणावती ने बहादुरशाह (गुजरात) के आमण के समय (1533 ई.) म मायू को सहायता हेतु राखी भेजी लेकन मायू ने सहायता नही क।
सन 1534 म बहादुरशाह ने पुनः िचतोड़ पर आमण कया । इस यु मे िचतोड़ क सेना का नेतृव देविलया के रावत बाघ �सह ने कया। रानी
कणावती ने जौहर कया। ये िचतोड़ का दूसरा शाका है।
[[श्रेणी:मेवाड़ के शासक]]
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