"साबूदाना": अवतरणों में अंतर

People eat sabudana in bihar also in fast
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'''साबूदाना''' एक खाद्य पदार्थ है। यह छोटे-छोटे मोती की तरह सफ़ेद और गोल होते हैं। यह सैगो पाम नामक पेड़ के तने के गूदे से बनता है। सागो, ताड़ की तरह का एक पौधा होता है। ये मूलरूप से पूर्वी अफ़्रीका का पौधा है। पकने के बाद यह अपादर्शी से हल्का पारदर्शी, नर्म और स्पंजी हो जाता है।
 
[[भारत]] में साबूदाने का उपयोग अधिकतर पापड़, खीर और खिचड़ी बनाने में होता है। सूप और अन्य चीज़ों को गाढ़ा करने के लिये भी इसका उपयोग होता है। [[महाराष्ट्र]और बिहार] में जब लोग [[उपवास]] करते हैं, तब उपवास के दौरान साबूदाने को बनाकर खाते हैं|
 
भारत में साबूदाने का उत्पादन सबसे पहले [[तमिलनाडु]] के [[सेलम]] में हुआ था। लगभग [[१९४३]]-[[१९४४|४४]] में भारत में इसका उत्पादन एक [[कुटीर उद्योग]] के रूप में हुआ था। इसमें पहले टैपियाका की जड़ों को मसल कर उसके दूध को छानकर उसे जमने देते थे। फिर उसकी छोटी छोटी गोलियां बनाकर सेंक लेते थे।