"लेबर पार्टी (यूके)": अवतरणों में अंतर

छो बॉट: सन्दर्भ भाषा पाठ सुधारा
छो clean up, replaced: |trans_title= → |trans-title= (14) AWB के साथ
पंक्ति 10:
|leader1_title = उप नेता
|leader1_name = हैरिएट हर्मन, सांसद
|foundation = {{start date|1900}} {{small|(मज़दूर प्रतिनिधि सभा के तौर पे)}}<ref>{{cite book|last1=ब्रिवाती|first1=ब्राएन|last2=हेफ़रनैन|first2=रिचर्ड|title=The Labour Party: A Centenary History|trans_titletrans-title=लेबर पार्टी: एक शताब्दी का इतिहास|date=2000|publisher=मैकमिलन [u.a.]|location=बेसिंगस्टोक [u.a.]|isbn=9780312234584|quote=''On 27 February 1900, the Labour Representation Committee was formed to campaign for the election of working class representatives to parliament.''}}</ref><ref name="Thorpe">{{cite book|last1=थोर्प|first1=ऐन्ड्रयु|title=A History of the British Labour Party|trans_titletrans-title=ब्रिटिश लेबर पार्टी का इतिहास|date=2008|publisher=मैकमिलन|isbn=9781137114853|page=8|edition=३|url=https://books.google.co.uk/books?id=wiAdBQAAQBAJ|accessdate=2 जून 2015}}</ref>
|headquarters = [[वेस्टमिंस्टर|वन ब्रीवर्स ग्रीन]], [[लंदन]]
|ideology = [[सामाजिक लोकतंत्र]]<br>[[समाजवाद|लोकतांत्रिक समाजवाद]]
पंक्ति 51:
==विचारधारा==
लेबर पार्टी को [[वामपंथी विचारधारा|मध्य वामपंथी]] विचारधारा वाली पार्टी माना जाता है।<ref name="EUROPP">{{cite web|title=Mapping Europe’s party systems: which parties are the most right-wing and left-wing in Europe?|url=http://blogs.lse.ac.uk/europpblog/2015/05/14/mapping-europes-party-systems-which-parties-are-the-most-right-wing-and-left-wing-in-europe/|publisher=[[''लंदन स्कूल ऑफ एकोनॉमिक्स'']] / EUROPP – यूरोपियन पॉलिटिक्स & पॉलिसी|last1=बैकर|first1=रयॉन|last2=जॉली|first2=सेठ|last3=पोल्क|first3=जोनाथन|accessdate=26 मई 2015}}</ref><ref>{{cite book|last1=कोलोमर|first1=जोसेफ एम.|title=Comparative European Politics|date=2008|publisher=रॉउटलेज़|isbn=1134073542|page=26-27}}</ref><ref name="Giddens">{{cite news|last1=गिडेन्स|first1=एंथोनी|title=The rise and fall of New Labour|trans_titletrans-title=नए लेबर का उत्थान और पतन|url=http://www.newstatesman.com/uk-politics/2010/05/labour-policy-policies-blair|accessdate=२७ जुलाई २०१५|publisher=द न्यू स्टेट्समेन|date=17 मई 2010}}</ref><ref name="Pautz">{{cite book|last1=Pautz|first1=Hartwig|title=Think-Tanks, Social Democracy and Social Policy|date=2012|publisher=पालग्रेव मैक्मिलन|location=हाउंडमिल्स, बेसिंगस्टोक, हैंपशायर|isbn=9780230368545|page=161}}</ref><ref name="Peacock">{{cite news|last1=पीकॉक|first1=माइक|title=The European centre-left's quandary|url=http://uk.reuters.com/article/2015/05/24/uk-europe-left-analysis-idUKKBN0O905M20150524|accessdate=26 मई 2015|agency=र्युटर्स|date=8 मई 2015|quote=A crushing election defeat for Britain's Labour party has laid bare the dilemma facing Europe's centre-left.}}</ref><ref name="YouGov">{{cite web|last1=डैह्लग्रीन|first1=विल|title=Britain's changing political spectrum|url=https://yougov.co.uk/news/2014/07/23/britains-changing-political-spectrum/|publisher=यूगॉव|accessdate=26 मई 2015|date=23 जुलाई 2014}}</ref> पहले यह ब्रिटेन की संसद [[हाउस ऑफ कॉमन्स]] में मजदूर संगठनों के राजनीतिक चेहरे के तौर पर बनाई गई थी। १९१८ में पार्टी संविधान बनने के बाद इसने समाजवाद की अपनी असली प्रतिबद्धता पाई। समाजवाद की इसकी विचारधारा देश में साझा सरकार, उत्पादन, वितरण प्रणालियों पर सबके साझे नियंत्रण की वकालत करते थे। हालांकि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद तक ब्रिटेन के लगभग एक तिहाई उद्मोग, और बाकी बचे हुए १९८० तक सरकार के नियंत्रण में ले लिए गये थे। एंथोनी क्रॉसलैंड के १९५६ के उपन्यास ''द फ्यूचर ऑफ सोश्लिज़्म'' से प्रभावित हो कर पार्टी के नेता ह्युघ गेटस्केल के समर्थक अब ऐसे किसी प्रतिबद्धता की जरूरत नहीं समझ रहे थे। १९५९ में पार्टी संविधान से इस प्रतिबद्धता को हटाने का प्रयास विफल हो गया। टोनी ब्लेयर और अन्य आधुनिक नेताओं ने<ref>{{cite web|author=मार्टिन डंटन|url=http://www.historytoday.com/martin-daunton/labour-party-and-clause-four-1918-1995|title="The Labour Party and Clause Four 1918–1995"|publisher=''हिस्ट्री रिव्यु 1995''|accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref> इस परिपेक्ष्य में काम ज़ारी रखा और ३५ वर्षों बाद<ref>{{cite book|author=फिलिप गाउल्ड|title=''The Unfinished Revolution: How New Labour Changed British Politics Forever''|location=लंदन|publisher=हैकेट्ट दिज़िटल संस्करण| language = en|year=2011|page=30|quote=(वास्तविक प्रकाशक: लिटिल, ब्राउन, 1998 में)}}</ref> वरिष्ठ नेताओं के थोडे विरोध के बावजूद जरूरी प्रतिबद्धता के इस सिद्धांत को पार्टी संविधान से हटाने में सफलता पाई।<ref>{{cite news|author=जॉन रेन्टॉल|url=http://www.independent.co.uk/news/defining-moment-as-blair-wins-backing-for-clause-iv-1611135.html|title="'Defining moment' as Blair wins backing for Clause IV"|publisher=''[[द इंडिपेंडेंट]]''|date=14 मार्च 1995|accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref>
१९९२ के बाद से पार्टी के घोषणापत्र से समाजवाद शब्द गायब हो गया। हालांकि चौथा क्लाज़ अभी भी लोकतांत्रिक समाजवाद की प्रतिबद्धता दर्शाता है <ref name="iqgxtf">{{cite web|title=Labour Leadership Election 2010|url=http://www2.labour.org.uk/leadership-2010|publisher=लेबर पार्टी|accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref><ref name =hww>{{cite web|url=http://www.labour.org.uk/how_we_work |title=How we work – How the party works |publisher=Labour.org.uk|trans_titletrans-title=हम और हमारा दल कैसे काम करता है..|accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref> लेकिन सभी उद्मोग धंधों पर अनिवार्य सरकारी नियंत्रण की बात नहीं कहता है। इस अनिवार्यता की बज़ाय यह "उच्च गुणवत्ता वाली सामाजिक सेवा के साथ बाज़ारवाद और आपसी प्रतिद्वंदिता" <!--the enterprise of the market and the rigour of competition" with "high quality public services"--> की वकालत करता है जो कि जरूरी नहीं है कि सरकारी क्षेत्र में ही हो।<ref>{{cite book|author=टुडोर जोन्स|title=''Remaking the Labour Party: From Gaitskell to Blair''|location=लंदन|publisher=रॉउटलेज़|year=1996|page=107| language = en}}</ref>
 
<!--
पंक्ति 66:
[[File:Red flag.svg|thumb|155px|right|लेबर पार्टी का आधिकारिक झंडा और चिन्ह।]]
लेबर को लंबे समय से लाल रंग से पहचाना जाता है जो कि समाजवाद से जुडा रहा है। १९३१ में पार्टी ने एक सभा में लाल और सुनहरे रंग को देश भर में अपने आधिकारिक पार्टी रंग के तौर पर अपनाया।<ref>{{cite book|title="Labour Party Annual Conference Report"|trans_titletrans-title=लेबर पार्टी: वार्षिक सभा प्रतिवेदना|year=1931|page=233| language = en}}</ref> पार्टी में अपनाए जाने के बाद [[लाल झंडा]] लेबर पार्टी का आधिकारिक चिन्ह भी बन गया। यह लाल झंडा १७८९ के फ्रेंच क्रांति और १८४८ के क्रांति के समय से ही समाजवाद के आंदोलनो से जुडा रहा है। सामाजिक लोकतंत्र के चिन्ह लाल गुलाब को पार्टी के चिन्ह के रूप में १९८६ में अपनाया गया और पार्टी के लोगो में शामिल कर लिया गया। <ref>{{cite news|title=The long and the short about Labour's red rose|url=http://www.telegraph.co.uk/comment/4263355/The-long-and-the-short-about-Labours-red-rose.html|accessdate=२७ जुलाई २०१५|publisher=द टेलिग्राफ|date=26 जून 2001}}</ref>
लाल झंडा पार्टी के गान ''द रेड फ्लैग'' का भी प्रेरणा स्रोत है जिसे फरवरी २००६ में संसद में पार्टी के १०० वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में और अन्य तमाम पार्टी सभाओं में गाया जाता रहा है।<ref name="bbc" /><ref>{{cite news|url=http://www.guardian.co.uk/politics/2007/sep/28/labourconference.politicalcolumnists|title=Red Flag rises above a dodgy future|first=सिमॉन|last=होगार्ट|work=[[द गार्ज़ियन]]|date=28 सितम्बर 2007|accessdate=21 दिसंबर 2011}}</ref><ref>{{cite web|url=http://www.telegraph.co.uk/news/politics/labour/8796628/Ed-Miliband-sings-The-Red-Flag-and-Jerusalem-at-the-Labour-Party-Conference.html|title=Video: Ed Miliband sings The Red Flag and Jerusalem at the Labour Party Conference - Telegraph|date=29 सितम्बर 2011|work=Telegraph.co.uk}}</ref>
पंक्ति 78:
===कार्यकारी समिति===
९ मार्च २०१२ को लेबर दल ने अपने नए एंव वर्तमान प्रबंधक दल की घोषणा की।<ref>{{cite web|url=http://www.labour.org.uk/labour-party-announces-new-senior-team,2012-03-09 |title=Labour Party announces new senior team|trans_titletrans-title=लेबर पार्टी ने नई वरिष्ठ टीम की घोषणा की।|publisher=Labour.org.uk |date=9 मार्च 2012 |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref>
*समिति के अध्यक्ष: चार्ल्स एलेन, केनसिंगटन के बैरोन एलेन<ref>{{cite news| url=http://www.guardian.co.uk/politics/blog/2012/mar/15/davidcameron-edmiliband | location=London | work=द गार्ज़ियन| first=हरून| last=सिद्दीकी | title=Politics live blog: Thursday 15 March | date=15 मार्च 2012}}</ref>
पंक्ति 108:
[[:en:TULO - The Trade Union & Labour Party Liaison Organisation|टुलो (मजदूर संघ और लेबर दल संपर्क संस्था)]] लेबर दल से संबन्धित सदस्यों के लिए राष्ट्रीय व चेत्रीय स्तर पर चुनाव प्रचार, संपर्क अभियानों का जिम्मा सम्भालती है।<ref>{{cite web|url=http://www.labour.org.uk/tulo/|title=TULO}}</ref>
चूंकि यह मजदूर संघों द्वारा कामकाज़ी लोगों के हितों की आवाज उठाने के लिये बनाई गई थी, लेबर पार्टी का विभिन्न मजदूर संघों से जुडाव हमेशा से ही इसके चाल-चरित्र व नीतियों का निर्धारक रहा है। हाल के वर्षों में यह संबंधों में खटास बढ गयी थी जब रेल व यातायात कर्मियों के संघ को स्कॉटलैंड में अपनी शाखाओं के [[स्कॉटिश समाजवादी दल]] से संबद्धता रखने की अनुमति देने की वजह से २००४ में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।<ref>{{cite news|url=http://news.bbc.co.uk/1/hi/scotland/3432409.stm|title=RMT 'breached' Labour party rules|date=27 जनवरी 2004|accessdate=२१ जुलाई २०१५}}</ref> अन्य संघों में भी सदस्यों ने लेबर दल को आर्थिक मदद कम करने की आवाज़ उठाई।<ref>{{cite news|url=http://news.bbc.co.uk/1/hi/uk_politics/3810417.stm|title=Labour's link to unions in danger|publisher=बीबीसी|date=16 June 2004}}</ref> और [[निजीकरण]], सराकारी खर्चों में कटौती व मजदूर संघों के खिलाफ बनाए गये नियमों के बारे में अपनी राय रखने के लिए किसी अन्य ज्यादा प्रभावी राजनीतिक दल को समर्थन दें।<ref>{{cite web|url=http://www.congressvoices.org/2009/84-political-representation-of-members/|title=CWU resolution to TUC Congress 2009 |publisher=टीयूसी काँग्रेस वॉएसेज़|accessdate=13 अप्रैल 2010}}{{dead link|date=September 2013}}</ref> यूनिसन और [[जीएमबी (मजदूर संघ)|जीएमबी]] दोनों ने क्षेत्रीय सांसदों को अनुदान खत्म करने की धमकी दी और यूनिसन के डेव प्रेंटिस ने चेतावनी दी संघ अब कोई रिक्त चेक ज़ारी नहीं करेगा क्यूंकि वह अब उन लोगों से तंग आ चुका है जो उससे पैसे लेकर उनके ही विरोध के कार्य करते हैं।<ref>{{cite web|last=डंटन|first=जिम|url=http://www.lgcplus.com/policy-and-politics/latest-policy-and-politics-news/unison-no-more-blank-cheques-for-labour/5002935.article |title=Unison: "no more blank cheques' for Labour|trans_titletrans-title=लेबर के लिए अब कोई रिक्त चेक ज़ारी नहीं होगा-यूनिसन|publisher=लोकल गवर्नमेंट क्रॉनिकल |date=17 जून 2009|accessdate=२१ जुलाई २०१५}}</ref> २०१३ के फालकर्क उम्मीदवार के चुनाव विवाद के बाद संघ को अनुदान के लिए नई नीतियाँ तैयार की गईं।<ref>{{cite news
| title = Miliband urges 'historic' changes to Labour's union links: Transparent
| url = http://www.bbc.co.uk/news/uk-politics-23234340
पंक्ति 136:
१८९९ में रेलवे कर्मचारियों की संस्था के एक सदस्य थॉमस आर. स्टील ने मजदूर संघ सभा के सामने सभी मजदूर संघों, गुटो और वामपंथी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाकर उन्हें एक बैनर तले लाने का प्रयास करे और संगठित संस्था के उम्मीदवारों को संसदीय चुनावों में मदद करे। यह प्रस्ताव मजदूर संघ की सभा में हर स्तर पर मंजूर हो गया और सभी समान विचारधारा वाले दलों और गुटों की बैठक फैरिंगटन मार्ग के मेमोरियल हॉल में २६-२७ फरवरी १९०० को बुलाई गई। इस बैठक में भारी संख्या में कामकाज़ी लोगों, मजदूरों और वामपंथी विचारधारा वाले दलों ने हिस्सा लिया। <ref>{{cite web|url=http://www.socialisthistorysociety.co.uk/MORTIMER.HTM|title=‘The formation of the Labour Party – Lessons for today’|author=जिम मोर्टिमेर|year=2000|quote=जिम मोर्टिमेर १९८० में लेबर दल के महामंत्री थे।}}</ref>
बहस के बाद १२९ सदस्यों ने थॉमस के संसद में एक बैनर तले ऐसी पार्टी बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी जिसका अपना [[wikt:व्हिप]] होगा और जो मजदूरों के हितों के लिये काम करने वाली और कानून बनाने में सहायता करने वाली किसी भी संस्था अथवा दल का हर तरह से समर्थन करेगी।<ref>{{cite web|title=Collection highlights|url=http://www.phm.org.uk/our-collection/1906-labour-party-minutes/|publisher=पीपल्स हिस्ट्री संग्रहालय|accessdate=2 जून 2015}}</ref> इस तरह से ''लेबर रिप्रज़ेंटेशन कमेटी'' यानि मजदूर प्रतिनिधि सभा का गठन हुआ जिसका काम उन सांसदों को समर्थन देना था जो मजदूर सभाओं द्वारा अनुदूत थे और कामकाज़ी वर्ग के लोगों के हितों को संसद में उठाते थे।<ref name="Thorpe" /> इसका कोई एक अकेला नेता नहीं था और इस परिस्थिति में स्वतंत्र मजदूर दल के [[रामसे मैक्डोनाल्ड]] को मंत्री चुना गया। उनके पास प्रतिनिधि सभा (एलार्सी) में विभिन्न लोगों के विभिन्न मतों के बीच समन्व्य बनाने की महत्वपूर्ण और कठिन जिम्मेदारी थी। १९०० के ब्रिटिश आम चुनाव पार्टी के लिए बेहद नये थे और उसे प्रचार करने का बहुत समय भी नहीं मिला और पूरा चुनाव खर्च सिर्फ ३३ [[पाउंड]] आया।<ref>{{cite book|authr=राइट टी. & कार्टर एम.|year=1997|title=''"The People's Party"''|trans_titletrans-title==लोगों का दल|publisher=थेम्स & हडसन|ISBN=0-500-27956-x}}</ref> सिर्फ १५ उम्मीदवारों का समर्थन और अप्रचार किया गया जिसमें से सिर्फ २ ही सफल हुए; मेर्थियर टाय्डफिल निर्वाचन क्षेत्र से [[कीर हार्डी]] और [[डर्बी]] से रिचर्ड बेल।<ref name="A History Of The British Labour Party">{{cite book|author=Thorpe, Andrew |year=2001|title=''A History Of The British Labour Party''|trans_titletrans-title=ब्रिटिश लेबर पार्टी का इतिहास|publisher=पालग्रेव|ISBN=0-333-92908-x}}</ref>
''एलार्सी'' के लिये तब समर्थन ज्यादा बना जब १९०१ में हडतालियों और रेलवे कंपनी के बीच हुए [[टैफ़ वेल विवाद]] के बाद उस मजदूर संघ को २३००० पाउंड हर्ज़ाना भरने का आदेश दिया गया। यह न्यायिक आदेश मजदूरों के हितों के सर्वथा खिलाफ था क्यूंकि इसके बाद कम्पनियाँ हणताल के दौरान हुए व्यापारिक नुकसान की भरपाई मजदूरों की तनख्वाह से कर सकती थी। इसके बाद उस समय की आर्थर बालफोर की [[ब्रिटिश कंज़र्वेटिव पार्टी|कंज़र्वेटिव पार्टी]] की औद्मोगिक और व्यापार समर्थक नीतियों और मजदूरों के हितों की तरफ ध्यान ना देने की वजह से लेबर पार्टी को समर्थन और बढता गया।<ref name="A History Of The British Labour Party"/>
पंक्ति 155:
[[आर्थर हेंडरसन]] ने पार्टी के मतानुसार १९१७ में मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया, उनकी जगह जॉर्ज बार्न्स ने ली। यद्ध के बाद के चुनावों में लेबर पार्टी के समर्थकों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई। आगामी वर्षों में को-ऑपरेटिव पार्टी ने भी लेबर पार्टी से चुनावी समझौता कर लिया।
१९१८ के जन-प्रतिनिधि कानून बनने के बाद अपराधियों और पागलों को छोड़कर लगभग हर व्यस्क पुरुष और ३० वर्ष से उपर की महिलाओं को मताधिकार मिल गया। इसकी वजह से ब्रिटिश मतदाताओं की संख्या में लगभग तीन गुना का इज़ाफा हो गया। १९१२ में यह संख्या ७७ लाख थी जो १९१८ में बढ़कर २ करोण १४ लाख हो गई थी। इसकी वजह से संसद में लेबर प्रतिनिधियों की संख्या में भी बहुत उछाल आया। <ref>{{cite book|author=रोजमेरी रीस|title=''Britain, 1890–1939''|trans_titletrans-title=ब्रिटेन, १८९०-१९३९|year=2003|page=200}}</ref>
१९२१ से १९२३ के दौरान ''कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ ग्रेट ब्रिटेन'' को लेबर पार्टी के साथ किसी भी तरह के समझौते से वंचित रखा गया।<ref>{{cite web|url=http://gdl.cdlr.strath.ac.uk/redclyde/redcly140.htm |title=Red Clydeside: The Communist Party and the Labour government [booklet cover&#93; / Communist Party of Great Britain, 1924 |publisher=ग्लासगो डिजिटल पुस्तकालय|accessdate=२२ जुलाई २०१५}}</ref> इस दौरान लिबरल पार्टी तेजी से क्षीण होती रही, इसमें टूट पड़ गई और इसके समर्थकों की एक बड़ी संख्या लेबर पार्टी से जुड़ती चली गई। लिबरलों के कमजोर होने के बाद लेबर पार्टी ने १९२२ के आम चुनावों में संसद की १४२ सीटें जीतीं और इस तरह से ''हाउस ऑफ कॉमन्स'' में कंज़र्वेटिव पार्टी के बाद दूसरे सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। चुनावों के बाद रामसे मैक्डोनाल्ड लेबर संसदीय दल के पहले आधिकारिक नेता चुने गए।
पंक्ति 197:
 
[[File:Clement_Attlee.png|thumb|upright|[[क्लीमेंट एट्टली]]: लेबर दल से प्रधानमंत्री, 1945–51]]
यूरोप में युद्ध के अंत के बाद लेबर ने १९१८ की लिबरलों की गलती ना दोहराने का संकल्प लिया और मजदूर संघों के दबाव में नए चुनावों में चर्चिल समर्थक कंज़र्वेटिवों के विरोध में मौजूदा सरकार से हट गई। तमाम पर्यवेक्षकों को हतप्रभ करते हुए लेबर पार्टी लगभग ५०% मतों और १५९ बहुमत की सीटों के साथ १९४५ के आम चुनाव जीत गई।<ref name=BBCreport>{{cite news|url=http://news.bbc.co.uk/onthisday/hi/dates/stories/july/26/newsid_3572000/3572175.stm|title=1945: Churchill loses general election|trans_titletrans-title=१९४५: आम चुनावों में चर्चिल हारे।|publisher=बीबीसी|date=26 जुलाई 1945|accessdate=22 फरवरी 2009}}</ref>
क्लीमेंट एट्टली के नेतृत्व वाली यह सरकार बीसवीं सदी के ब्रिटिश इतिहास की सबसे उग्र सुधारवादी सरकार साबित हुई। उसने [[केनेज़ियन अर्थव्यवस्था|केनेज़िया]] के आर्थिक सुधारों को लागू किया, [[बैंक ऑफ इंगलैंड]] और तमाम अन्य विशाल उद्दोगों व कल-कारखानों जैसे कोयला खदान, स्टील उद्मोग, उर्जा, गैस, यातायात (रेलवे, बस) इत्यादि को सरकारी नियंत्रण में लिया। उसने अर्थशाष्त्री विलियम बेवरिज़ की कल्पना वाले [[कल्याणकारी राज्य|कल्याणकारी सरकारी राज्य]] का विकास और स्थापना की। आज तक लेबर दल के सदस्य १९४८ के ब्रिटेन के सरकारी खर्चे से चलने वाली [[स्वास्थ्य सेवा|राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा]] को अपनी सबसे अच्छी उपलब्धियों में से एक मानते हैं।<ref>{{cite web|url=http://www2.labour.org.uk/gordon_brown_s_speech_to_king_s_college_london|title=Gordon Brown's speech to King's College London|trans_titletrans-title=किंग्स कॉलेज लंदन में गॉर्डन ब्राउन का भाषण|date=जनवरी, २००८|author=[[गॉर्डन ब्राउन]]|accessdate=२४ जुलाई २०१५}}</ref> एट्टली सरकार की एक और बहुत ही एतिहासिक कार्यवाई [[भारत की स्वतंत्रता|भारत को स्वतंत्रता]] और [[पाकिस्तान का इतिहास|पाकिस्तान का निर्माण]] था। एट्टली सरकार ने ब्रितानी हुकूमत को खत्म करने की शुरुवात कर दी थी। भारत के बाद उसने आगामी वर्षों में [[म्याँमार|बर्मा]] और [[श्रीलंका का स्वतंत्रता संग्राम|श्रीलंका को भी स्वतंत्रता]] दे दी। जनवरी १९४७ में एक गुप्त बैठक के दौरान एट्टली और ६ कैबिनेट स्तर के मंत्रियों ने लेबर पार्टी के अंदरूनी [[परमाणु हथियार]] विरोधी भावना के विरुद्ध ब्रिटेन के लिये परमाणु हथियारों के विकास की आधारशिला रखी।<ref name="To Build A New Jerusalem"/>
 
लेबर दल ने १९५० का आम चुनाव भी जीता लेकिन इस बार उसके सीटों की संख्या कम हो गई। इस बार उसे बहुमत से सिर्फ ५ सीटें ही ज्यादा मिलीं। जल्द ही रक्षा पार्टी केअंदर एक विघटनकारी विषय बन गया। १९५१ के [[कोरियाई युद्ध]] के दौरान रक्षा बज़ट बढकर सकल घरेलू उत्पाद का १४% हो गया था। <ref>{{cite book|author=क्लॉर्क, सर ज़ॉर्ज|title=''Illustrated History Of Great Britain''|trans_titletrans-title=ग्रेट ब्रिटेन का व्याख्यातमक इतिहास|year=1987|publisher=ऑक्टोपस बुक्स}}</ref> इसकी वजह से जनता पर भार पड रहा था और सरकार को सरकारी खर्चे घटाने पड रहे थे। वित्त मंत्री ह्युघ गेटस्केल ने राष्ट्रीय स्वास्थय सेवा के लिए शुल्क लगाने की घोषणा कर दी। मुफ्त स्वास्थय सेवा के लेबर पार्टी के सिद्धांत को खत्म होता देख बीवन, और वाणिज्य मंत्री हैरॉल्ड विल्सन ने त्यागपत्र दे दिया।
१९५१ के चुनावों में लेबर दल को अपने चुनावी इतिहास के सबसे ज्यादा मत मिले थे। १९४५-४१ के दौरान किए गये अधिकत बदलावों को कंज़र्वेटिवों ने भी अपना लिया और यह नीतियाँ ''युद्धोपरांत <abbr title ="एक मत/सर्वसम्मति">मतैक्य</abbr>'' का हिस्सा बनीं और १९७० तक लागू रहीं। हालांकि राशन में मिलने वाले खाद्द पदार्थों और कपडों की मात्रा धीरे धीरे कम कर दी गई और १९५३ में हटा दी गई।
पंक्ति 255:
विलियम हॉग के नेतृत्व वाली कंज़र्वेटिव पार्टी अभी भी हार से उभरने का प्रयास कर रही थी और ब्लेयर की लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही थी। इन सब वजहों से लेबर पार्टी ने उसी बहुमत से २००१ के ब्रिटेन के आम चुनाव भी जीत लिए। मीडिया ने इसे बहुत बड़ी जीत करार दिया।<ref>{{cite news|url=http://www.telegraph.co.uk/topics/christmas/6873367/QI-Our-Quite-Interesting-Quiz-of-the-Decade-compiled-by-the-elves-from-the-TV-show.html|title=QI: Our Quite Interesting Quiz of the Decade, compiled by the elves from the TV show|work=द डेली टेलीग्राफ|date=26 दिसम्बर 2009|accessdate=२७ जुलाई २०१५| first1=जॉन| last1=मिचिंसन| first2=जस्टिन | last2=पोलार्ड | first3=मॉली | last3=ओल्डफ़ील्ड | first4=एंडी | last4=मर्रे | location=लंदन}}</ref>
अमेरिकी राष्ट्रपति [[जॉर्ज बुश|जॉर्ज़ डब्ल्यु. बुश]] को [[इराक युद्ध]] में समर्थन करने की वजह से ब्लेयर की लोकप्रियता और राजनीतिक आधार घट गया।<ref>{{cite web|url=http://www.dw-world.de/dw/article/0,,745536,00.html |title=European Opposition To Iraq War Grows &#124; Current Affairs |publisher=डच वेल्ले |date=13 जनवरी 2003 |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref> [[कोफ़ी अन्नान|सयुंक्त राष्ट्र महासचिव]] सहित तमाम प्रमुख हस्तियों ने इस युद्ध को अकारण माना था।<ref>{{cite news|url=http://www.theguardian.com/world/2004/sep/16/iraq.iraq|publisher=द गार्ज़ियन|title=Iraq war was illegal and breached UN charter, says Annan|date=१६ सितम्बर २००४|accessdate=२७ जुलाई २०१५|trans_titletrans-title=कोफी अन्नान ने इराक युद्ध को गैरकानूनी और संयुक्त राष्ट्र के चरित्र के विरुद्ध बताया।|first1=इवेन|last1=मैक्स्किल|first2=जुलिअन|last2=बोर्ज़र}}</ref>पश्चिमी देशों में इराक युद्ध बेहद अलोकप्रिय था और पश्चिमी सरकारें इसके समर्थन करने और ना करने को लेकर एकमत नहीं थीं। <ref>{{cite web|last=बेनहोल्ड|first=कैट्रिन|url=http://www.nytimes.com/2004/08/28/news/28iht-sochi_ed3_.html |title=Unlikely alliance built on opposition to Iraq war now raises questions|work=न्यूयॉर्क टाइम्स|date=28 अगस्त 2004 |accessdate=२७ जुलाई २०१५}}</ref>
२००५ में लेबर पार्टी एक बार फिर सरकार के लिए चुनी गई।