"श्रीमद्भगवद्गीता": अवतरणों में अंतर

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* भगवदगीता का सार- स्वामी क्रियानन्द
* गीता साधक संजीवनी (टीका)- स्वामी रामसुखदास
 
* गीतामृतम- परम पूजनीय पाण्डुरंगशास्त्री आठवले (पूज्‍य दादाजी)
भगवद्गीता पर उपलब्ध सभी भाष्यों में श्री जयदयाल गोयन्दका की तत्व विवेचनी सर्वाधिक लोकप्रिय तथा जनसुलभ है। इसका प्रकाशन गीताप्रेस के द्वारा किया जाता है। आजतक इसकी 10 करोड़ प्रतियां बिक चुकी हैं।