"अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'": अवतरणों में अंतर

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* [[बाल गीतावली]]
* [[चाँद सितारे]]
* [[पद्य प्रसून]]
 
[[प्रिय प्रवास]], हरिऔध जी का सबसे प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण ग्रंथ है। यह हिंदी खड़ी बोली का प्रथम महाकाव्य है। इसे मंगलाप्रसाद पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।