"विक्रमादित्य": अवतरणों में अंतर
Content deleted Content added
→गाथा सप्तशती: गाह सत्तसई को जोडा टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन उन्नत मोबाइल संपादन |
→गाथा सप्तशती: छोटा बदलाव टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन उन्नत मोबाइल संपादन |
||
पंक्ति 92:
==साहित्यिक परंपरा में विक्रमादित्य==
===गाथा सप्तशती===
विक्रमादित्य प्रमार के बारे में सबसे प्राचीन अनुश्रुती प्रतिष्ठान के राजा हाल
'''संवाहण सुहरसतोसियेण देन्तेणतुह करे लक्खम्।'''
'''चल्लेण विक्कमाइत्त-चरिअं अणुसिक्खियं तिस्सा॥'''(गाथा 564)<ref>गाथा सप्तशती. गाथा.564</ref>
|