"विद्यालय": अवतरणों में अंतर

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== इतिहास ==
प्राचीन भारत मे विद्यालय गुरुकुल के रूप मे होते थे। यह अक्सर गुरु के घर य किसी मठ मे होते थे। मुघल के ज़माने मे, बच्चों को शिक्शित कर्ने के लिये 'मद्रासओं' का आरम्भ किया गया था। अंग्रेज़ दस्ताबेज़ों के अनुसार, १८ विं सदी मे देश मे विद्यालय सामन्य थे। पूरे देश मे, हर मंदिर, मस्जिद, और गांव मे एक विद्यालय क होना सामान्य था। इनमे पढ्ना, लिखना, धर्मशास्र, कानून, खगोल/एस्ट्रोनॉमी, आचार विछारविचार, जीव और चिकित्सा विग्यानविज्ञान और धर्म सिखाया जाता था।
 
ब्रिटिश राज्य मे इंग्लैंङ, अमरीका और भिन्न देशों से क्रिश्चियन मिशनरीयों ने, मिशनरी और आवासीय विद्यालय खोले थे। जैसे यह प्रसिद्ध हुए, और विध्यालय खोले गए, और कुछ विद्यालयों को सम्मान मिल। आज ज्यादातर विद्यालय, पधै, शासन और पट्यक्रम मे इसी अंगरेज़ प्रतिमान का पाअलन करते हैं। आज भारत मे कैइ शिक्शा बोर्ङ/मंङल हैं। उदाहरण के लिए, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सी.आइ.सी.एस.सी, अन्य स्टेट/राज्य के बोर्ङ आदि। आज कल, सामन्य रूप से भाषा, गणित, विग्यान---भौतिकी/फिज़िक्स, रसायनी/केमिस्ट्री, जीव विग्यान, भुगोल/जाग्राफी, इतिहास, सामान्य ग्यान, कंप्यूटर विग्यान---सिखाए जाते हैं। इस्से अधिक, स्कूलों मे खेल कूद, गाना, चित्रकारी, नाटक भी होते हैं।