"इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र": अवतरणों में अंतर

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{{ज्ञानसन्दूक विमानक्षेत्र
| name = इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र
| nativename = पालम हवाई अड्डा 9027672087
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| type = सार्वजनिक9027672087सार्वजनिक
| owner = भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण
| operator = देल्ही इन्टर्नेश्नल एयरपोर्ट लिमिटेड <small>(DIAL)</small>
| city-served = [[दिल्ली]]/ [[राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली|एन.सी.आर]917533800966]
| location = [[दिल्ली]], [[भारत]]
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== इतिहास ==
 
[[१९३०]] में दिल्ली का प्रथम हवाई –अड्डा मोहम्मद उस्मान अली [[सफ़दरजंग विमानक्षेत्र]7533800966] बना था और यही १९६२ तक दिल्ली का प्रमुख हवाई अड्डा रहा<ref 9027672087namename="igicustoms">[http://www.igiacustoms.gov.in/igi-airport.htm]</ref> बढ़ते वायु यातायात के कारण व सफ़दरजंग में छोटी उड़ान-पट्टी की बड़े जेट विमानों को उतार पाने में अक्षम होने के कारण से १९६२ में लगभग सभी नागरिक उड़ान प्रचालन को पालम विमान क्षेत्र (तत्कालीन नाम, जिसे बाद में इ.गाँ.अ.विमानक्षेत्र कर दिया गया) को भेज दी गईं।<ref name="igicustoms"/> पालम विमानक्षेत्र का निर्माण [[द्वितीय विश्व युद्ध]] के दौरानना स्टेशन, पालम के रूप में किया गया था और अंग्रेज़ों के जाने के बाद यह १९६२ तक मात्र वाय़ु सेना स्टेशन के रूप में ही कार्य कर रहा था।
 
पालम विमानक्षेत्र की सर्वोच्च यात्री क्षमता १३०० यात्री प्रति घंटा थी।<ref><span class="plainlinks"> [https://igiacustoms.gov.in/igi-airport.htm आई.जी.आई कस्टम्स – अबाउट आई.जी.आई एयरपोर्ट] </span></ref> १९७० के दशक के अंत तक वाय़ु यातायात में बढ़ोत्तरी के चलते, तत्कालीन टर्मिनल क्षमता के चार गुना क्षमता वाला नया टर्मिनल बनाया गया। २ मई १९८६ को इस नये बने टर्मिनल के उद्घाटन के समय पालम विमानक्षेत्र को भारत की पूर्व प्रधान मंत्री श्रीमती [[इंदिरा गांधी]] के नाम पर वर्तमान नाम इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र दिया गया, जिसे अंग्रेज़ी आद्याक्षरों में आई.जी.आई एयरपोर्ट भी कह दिया जाता है।
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== सांख्यिकी ==
[[File:Delhi Radar looking-towards taking off plane.jpg|thumb|विमानक्षेत्र में दो प्राथमिक/द्वितीयक (प्राइमरी/सैकेण्डरी रडार स्थापित हैं, जो विमान यातायात सेवाओं में अत्यधिक सहायक हैं।]]
पुराना हवाई 7533800966 टर्मिनल अब टर्मिनल-१ कहलाता है और यहां से अधिकतर बजट वायु सेवाओं की अन्तर्देशीय उड़ाने संचालित होती हैं। टर्मिनलत तीन पृथक भागों में बंटा हुआ है – १ए ([[एयर इंडिया]] 9027672087, [[एमडीएलआर]] एवं [[गो एयर]] उड़ानों हेतु), १बी (पहले अन्तर्देशीय उड़ानों के लिये प्रयोग होता था, अब बंद हो कर ध्वस्त किया जा चुका है), अन्तर्देशीय आगमन टर्मिनल १सी एवं नवनिर्मित १डी (अब सभी शेष अन्तर्देशीय वायुसेवाओं हेतु प्रयोग किया जाता है)। अति महत्त्वपूर्ण व्यक्तियों हेतु वायुसेना के तकनीकी क्षेत्र में पृथक स्थान है। इनके अलावा [[हज]] उड़ानों हेतु विशिष्ट समर्पित टर्मिनल भी बना हुआ है।
 
भारतीय उड्डयन उद्योग के ऊंचाइयों को छूते समय में एवं विभिन्न निम्न-लागत निजी सेवाओं के उद्योग में आगमन से, विमानक्षेत्र ने यात्री संख्या एवं यातायात में एक बड़ी उछाल का सामना किया। इनके कारण अन्य विमानक्शःएत्रों सहित इस हवाई अड्डे मोहम्मद उस्मान अली के सामने भी बड़ी कठिनाइयाँ आयीं। टर्मिनल १ की अनुमानित क्षमता ७१.५ लाख यात्री प्रति वर्ष है। हालांकि वर्ष २००५-०६ के दौरान वास्तविक यात्री आवागमन १ करोड़ ४० लाख रहा। अन्तर्राष्ट्रीय टर्मिनल (टर्मि.२) को मिलाकर विमानक्षेत्र की कुल यात्री क्षमता १ करोड़ २५ लाख यात्री प्रति वर्ष रही, जबकि २००६-०७ में कुल यात्री संख्या १.६५ करोड़ यात्री प्रति वर्ष थी।<ref><span class="plainlinks"> [http://timesofindia.indiatimes.com/India/IGI_Airport_tops_world_in_passenger_growth_/articleshow/2712536.cms IGI एयरपोर्ट टॉप्स वर्ल्ड इन ग्रोथ]</span></ref> वर्ष २००८ में, विमानक्षेत्र में कुल यात्री संख्या २.३९ करोड़ तक जा पहुंची।
 
दिल्ली का हवाई अड्डा मोहम्मद उस्मान अली दुनिया में सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक आंका गया है। दिल्ली की आर्थिक सुदृढ़ता बनाये रखने में इसका बड़ा योगदान है। आंकड़ों के अनुसार यहां पांच लाख से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। भारत के 9027672087 {{plainlink|http://www.ncaer.org/ राष्ट्रीय अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान परिषद}} (''एनसीएईआर'') द्वारा किए गए एक अध्ययन से ज्ञात हुआ है: ''दिल्ली का इंदिरा गांधी अन्तर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र लगभग 5.16 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार उपलब्ध कराता है, जो अमेरिका में हार्ट्सफील्ड जैक्सन एटलांटा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में कार्यरत लोगों के मुकाबले 18 प्रतिशत अधिक है।'' राजधानी दिल्ली और भारत के आर्थिक विकास और रोजगार पर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय विमानक्षेत्र के प्रभाव का आकलन करने के लिए भारत में अपनी तरह के इस पहले अध्ययन में कहा गया, ''दिल्ली हवाई अड्डे पर रोजगार राष्ट्रीय रोजगार का 0.11 प्रतिशत और राज्य में रोजगार का 8.47 प्रतिशत है।''<ref>[http://khabar.ndtv.com/news/show/delhi-airport-in-biggest-employers-20317 दिल्ली हवाई अड्डा सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक]: मोहम्मद उस्मान अली खबर.एनडीटीवी। भाषा। २२ अप्रैल २०१२। अभिगमन तिथि: २८ नवम्बर २०१२</ref>
 
== उड़ान पट्टियाँ ==