"आयन": अवतरणों में अंतर

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→‎ऋणायन और धनायन: कैटायन और एनायन क्रमशः धनात्मक और ऋणात्मक आवेश को कहते हैं। जबकि पूर्व लेख में इसके बिल्कुल विपरीत लिखा गया था।
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एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटोन में बराबर का [[विद्युत आवेश]] (चार्ज) होता है। इसलिये किसी आयन का अवेश उसमें मौजूद प्रोटोनों की संख्या को उसमें मौजूद इलेक्ट्रॉनों से घटाकर बताया जाता है। अगर प्रोटोनों की संख्या अधिक हो तो यह आवेश धनात्मक (पोज़िटिव) होता है और अगर इलेक्ट्रॉनों की संख्या अधिक हो तो यह आवेश ऋणात्मक (नेगेटिव) होता है।
 
*'''ऋणायन''' (−): इनमें इलेक्ट्रॉन अधिक और प्रोटोन कम होते हैं। [[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]] में इन्हें '''कैटायनएनायन''' (cationanion) कहते हैं क्योंकि धनात्मकऋणात्मक आवेश वाले यह आयोनआयन अगर किसी [[विद्युत्-क्षेत्र|विद्युत क्षेत्र]] में डाले जाएँ तो ऋणात्मक (निगेटिव) आवेश वाले कैथोडएनोड की ओर आकर्षित होते हैं।
*'''धनायन''' (+): इनमें प्रोटोन अधिक और इलेक्ट्रॉन कम होते हैं। [[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]] में इन्हें '''ऐनायनकैटायन''' (anioncation) कहते हैं क्योंकि धनात्मक आवेश वाले यह आयोनआयन अगर किसी [[विद्युत्-क्षेत्र|विद्युत क्षेत्र]] में डाले जाएँ तो धनात्मक (पोज़िटिव) आवेश वाले ऐनोडकैथोड की ओर आकर्षित होते हैं।
 
== इन्हें भी देखें ==
"https://hi.wikipedia.org/wiki/आयन" से प्राप्त