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| name = जाफ़र <br /> {{small|{{native phrase|ar|جعفر الصادق}}}}
| honorific suffix= अल-सादिक़
| honorific_suffix = 6 वें [[Imamahशिया (Shia doctrine)इस्लाम|imamशिया इमाम]] of, [[Twelverअस्ना अशरी]], andऔर [[Listइस्माइली ofइमामों Ismailiके imams|5th]]5 imamवें ofइमाम [[Ismailism|Ismaili]] [[Shia Islam|Shia]]थे.
| image = Jafar sadegh-23526254.png
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| caption = मोअल्ला सुलेख में जाफ़र सादिक़ का नाम
| birth_name =
| birth_date = {{Circa}} 702 [[Common Era|CE]] <br> 17 [[Rabi'रबीउल al-awwalअव्वल]] 83 AHहिजरी <ref>{{cite web|last1=Gleaves|first1=Robert|title=JAʿFAR AL-ṢĀDEQ i. Life|url=http://www.iranicaonline.org/articles/jafar-al-sadeq-i-life|website=Encyclopedia Iranica|accessdate=2015}} According to Gleaves, most sources give 702 as the year of his birth, but there are some which give 699 and others which give 705.</ref>
| birth_place = [[Medinaमदीना]], [[Umayyadउमय्यद Empireसल्तनत]]
| death_date = 765 CE<br /> (15 [[Shawwalशव्वाल]] 148 AHहिजरी)<ref name="Gleaves">{{cite web|last1=Gleaves|first1=Robert|title=JAʿFAR AL-ṢĀDEQ i. Life|url=http://www.iranicaonline.org/articles/jafar-al-sadeq-i-life|website=Encyclopedia Iranica|accessdate=2015}}</ref>
| death_place = [[मदीना]], [[अब्बासी सल्तनत]]
| death_cause = Alleged Poisoning by [[अल मंसूर]] द्वारा विष प्रयोग के कारण
| resting_place = [[जन्नतुल बक़ी]], [[सऊदी अरब]]
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| religion = [[इस्लाम]]
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| lineage = [[बनू हाशिम]]
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[[Hamidah Khatun|Hamīdah al-Barbariyyah]]<ref name="book131">{{cite book |title=A Brief History of The Fourteen Infallibles |year=2004 |publisher=Ansariyan Publications |location=Qum |isbn=964-438-127-0 |page=131}}</ref>
| children = {{Collapsible list|titlestyle=font-weight:normal; background:transparent; text-align:left;|title=||[[Musa al-Kadhim]]|[[Isma'il ibn Jafar]]|[[Abdullah al-Aftah ibn Ja'far al-Sadiq|Abdullah al-Aftah]]|Ishaq|[[Ali al-Uraidhi ibn Ja'far al-Sadiq|ʿAli al-Uraidhi]]|Al-Abbas|[[Muhammad ibn Ja'far al-Sadiq (Al-Dibaj)|Muhammad al-Dibaj]]|Fātimah|Umm Farwah|Asmaa}}
| parents = [[Muhammadमुहम्मद alअल-Baqirबाक़र]] <br /> [[Farwah bint al-Qasim]]
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| website = <!-- {{URL|Example.com}} -->
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20 अप्रैल 700 में अरबिक भूमि पर जन्मे उस वैज्ञानिक का नाम था जाफर अल सादिक. इस्लाम की एक शाखा इनके नाम पर जाफरी शाखा कहलाती है जो इन्हें इमाम मानती है. जबकि सूफी शाखा के अनुसार ये वली हैं. इस्लाम की अन्य शाखाएँ भी इनकी अहमियत से इनकार नहीं करतीं.
 
इमाम जाफर अल सादिक [[अली इब्न अबी तालिब|हज़रत अली]] की चौथी पीढी में थे. उनके पिता इमाम [[मुहम्मद अल-बाक़र]] स्वयं एक वैज्ञानिक थे और मदीने में अपना कॉलेज चलाते हुए सैंकडों शिष्यों को ज्ञान अर्पण करते थे. अपने पिता के बाद जाफर अल सादिक ने यह कार्य संभाला और अपने शिष्यों को कुछ ऐसी बातें बताईं जो इससे पहले अन्य किसी ने नहीं बताई थीं.
 
उन्होंने अरस्तू की चार मूल तत्वों की थ्योरी से इनकार किया और कहा कि मुझे आश्चर्य है कि अरस्तू ने कहा कि विश्व में केवल चार तत्व हैं, मिटटी, पानी, आग और हवा. मिटटी स्वयं तत्व नहीं है बल्कि इसमें बहुत सारे तत्व हैं. इसी तरह जाफर अल सादिक ने पानी, आग और हवा को भी तत्व नहीं माना. हवा को भी तत्वों का मिश्रण माना और बताया कि इनमें से हर तत्व सांस के लिए ज़रूरी है. मेडिकल साइंस में इमाम सादिक ने बताया कि मिटटी में पाए जाने वाले सभी तत्व मानव शरीर में भी होते हैं. इनमें चार तत्व अधिक मात्रा में, आठ कम मात्रा में और आठ अन्य सूक्ष्म मात्रा में होते हैं. आधुनिक मेडिकल साइंस इसकी पुष्टि करती है.
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उन्‍होंने एक शिष्य को बताया, "जो पत्थर तुम सामने गतिहीन देख रहे हो, उसके अन्दर बहुत तेज़ गतियाँ हो रही हैं." उसके बाद कहा, "यह पत्थर बहुत पहले द्रव अवस्था में था. आज भी अगर इस पत्थर को बहुत अधिक गर्म किया जाए तो यह द्रव अवस्था में आ जायेगा."
 
ऑप्टिक्स (Optics) का बुनियादी सिद्धांत 'प्रकाश जब किसी वस्तु से परिवर्तित होकर आँख तक पहुँचता है तो वह वस्तु दिखाई देती है.' इमाम सादिक का ही बताया हुआ है. एक बार अपने लेक्चर में बताया कि शक्तिशाली प्रकाश भारी वस्तुओं को भी हिला सकता है. लेजर किरणों के आविष्कार के बाद इस कथन की पुष्टि हुई. इनका एक अन्य चमत्कारिक सिद्धांत है की हर पदार्थ का एक विपरीत पदार्थ भी ब्रह्माण्ड में मौजूद है. यह आज के मैटर - एंटी मैटर (Matter-Antimatter) थ्योरी की झलक थी. एक थ्योरी इमाम ने बताई कि पृथ्वी अपने अक्ष के परितः चक्कर लगाती है. जिसकी पुष्टि बीसवीं शताब्दी में हो पाई. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि ब्रह्माण्ड में कुछ भी स्थिर नहीं है. सब कुछ गतिमान है.
 
ब्रह्माण्ड के बारे में एक रोचक थ्योरी उन्होंने बताई कि ब्रह्माण्ड हमेशा एक जैसी अवस्था में नहीं होता. एक समयांतराल में यह फैलता है और दूसरे समयांतराल में यह सिकुड़ता है.