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== संघर्ष ==
मीराबाई की मृत्यु के उपरान्त उसका देवर राणा जी राजा बन गया था, उसने मीराबाई को कई बार मारने की कोशिश की। कभी जहरीले सांप से तो कभी भयंकर विष पिलाकर। जब मीरा बाई को जान से मारने के सारे प्रयास करके थक गया तो राणा समझ गया कि मीरा नहीं मरने वाली । इसकी रक्षा करने वाली कोई परम शक्ति है। भक्त पर कोई विपत्ति आती है तो भक्ति की लाज बचाने को [[कबीर]] परमात्मा ही मदद करते हैं। राणा ने फिर मीरा बाई को मंदिर में जाने से नहीं रोका।<ref>{{Cite web|url=https://news.jagatgururampalji.org/true-story-of-meera-bai/|title=मीरा बाई की अनसुनी सत्य कहानी - SA NEWS|date=2018-06-15|website=S A NEWS|language=en-US|access-date=2020-06-27}}</ref><ref>{{Cite web|url=https://www.jagranjosh.com/general-knowledge/मीरा-बाई-1498-ईश्वी1550-ईश्वी-1444739743-2|title=मीरा बाई (1498 ईश्वी-1550 ईश्वी)|date=2015-10-13|website=Jagranjosh.com|access-date=2020-06-27}}</ref><ref>{{Cite web|url=https://aajtak.intoday.in/story/sudhakar-adeeb-rang-rachi-will-launch-on-sunday-1-824687.html|title=मीराबाई के संघर्ष को बयां करती ‘रंग राची’ का होगा लोकार्पण|website=aajtak.intoday.in|language=hi|access-date=2020-06-27}}</ref>
 
== इन्हें भी देखें==