"भगवती चरण वोहरा": अवतरणों में अंतर
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== परिचय ==
भगवती चरण वोहरा का जन्म नवंबर 1903 में [[लाहौर]] में हुआ था। उनके पिता शिव चरण वोहरा रेलवे के एक उच्च अधिकारी थे। बाद में वे आगरा से लाहौर चले आये। उनका परिवार आर्थिक रूप से सम्पन्न था। भगवती चरण की शिक्षा-दीक्षा [[लाहौर]] में हि हुई। उनका विवाह भी कम उम्र में कर दिया गया। पत्नी का नाम दुर्गा था। बाद के दौर में उनकी पत्नी भी क्रांतिकारी कार्यो की सक्रिय सहयोगी बनी। क्रान्तिकारियो द्वारा दिया गया " [[दुर्गा भाभी]] " सन्बोधन एक आम सन्बोधन बन गया।
लाहौर नेशनल कालेज में शिक्षा के दौरान भगवती चरण ने रुसी क्रान्तिकारियो से प्रेरणा लेकर छात्रो की एक अध्ययन मण्डली का गठन किया था। राष्ट्र की परतंत्रता और उससे मुक्ति के प्रश्न पर केन्द्रित इस अध्ययन मण्डली में नियमित रूप से शामिल होने वालो में [[भगत सिंह]], [[सुखदेव]] आदि प्रमुख थे। बाद में चलकर इन्ही लोगो ने [[नौजवान भारत सभा]] की स्थापना की। पढ़ाई के दौरान 1921 में ही भगवती चरण [[महात्मा गांधी|गांधी जी]] के आह्वान पर पढाई छोडकर [[असहयोग आन्दोलन]] में कूद पड़े थे।
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