'''द्रविड़ मुनेत्र कड़गम''' (शाब्दिक अर्थ. - "द्रविड़ प्रगति संघ") जिसे '''द्रमुक''' नाम से भी जाना जाता है, [[तमिल नाडु|तमिलनाडु]] की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी है। इसका निर्माण [[जस्टिस पार्टी]] तथा [[द्रविड़ कड़गम]] से [[पेरियार]] से मतभेद के कारण हुआ था। इसके गठन की घोषणा [[१९४९|1949]] में हुई थी। इसका प्रमुख मुद्दा समाजिक समानता, खासकर हिन्दू जाति प्रथा के सन्दर्भ में, तथा [[द्रविड़]] लोगो का प्रतिनिधित्व करना है। [[करुणानिधि|एम करुणानिधि]] अभी इसके प्रमुख थे।
हिंदीहिन्दी विरोधी आंदोलनआन्दोलन में महत्वपूर्ण एवं प्रभावी भूमिका निभाने के कारण द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम का कद बढ़ता गया।भारतगया। भारत की आजादीस्वतन्त्रता के बादपश्चात तमिलनाडु में कांग्रेस की स्थिति मजबूत थी, परंतुपरन्तु बाद में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के उभरने के कारण कांग्रेस कमजोर होती गई एवं द्रविड़ मुनेत्र कड़गम बढ़ती गई।