"बहादुर शाह, गुजरात": अवतरणों में अंतर

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'''बहादुर शाह''' [[गुजरात]] का सुल्तान था। वह मुजफ्फरशाह का पुत्र था। इसने १५२६-१५३५ और फ़िर दोबारा १५३६-१५३७ तक गुजरात सल्तनत पर राज्य किया। बहादुर शाह ने चितोड़ पर आक्रमक कर उसे जीत लिया था।
फ़िर उसने मालवा पर आक्रमण कर उसे भी जीत लिया । ऐसा माना जाता है की उसी के समय में पोर्तुगीजो ने दीव पर कब्जा कर लिया था । और माना जाता है की पोर्तुगीजो ने ही उसकी हत्या की थी ॥ बहादुर शाह ने, मुगल शासक हुनायु से अपने संघर्ष के दौरान, पुर्तगालियों को १५३४ में बेसिन दीप सौंपकर उसने मदद ली। उसने उन्हें दीव में बेस प्रदान करने का भी वादा किया। परंतु बहादुर शाह और पुर्तगालियों के साथ संबंध उस समय बिगड़ गए जब १५३६ में हुनायू गुजरात से चला गया। चूंकि शहर के निवासियों ने पुर्तगालियों से लड़ना शुरू कर दिया था, बहादुर शाह विभाजन की एक दीवार खड़ी करना चाहता था। इसका विरोध करते हुए, पुर्तगालियों ने आपसी बातचीत शुरू की, वार्ता की एक प्रिकिया के दौरान बहादुर को एक पुर्तगाली जहाज में बुलाया गया और मार दिया गया।
 
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