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==विकिपीडिया जीवन : इफ्तदा-ए-इश्क है==
=== २00९-२0१0 ===
एक दिन यूँ ही विकिपीडिया के चौपाल पृष्ठ पर गया तो देखा कि कुछ सदस्य विकियाविकि को ४0,000 आलेखों की संख्या तक पहुंचाने और इस तरह हिंदी दिवस मनाने की योजना बना रहे थे। जाहिर है कि ऐसे उत्सव में मेरा शामिल होना लाजिमि था। तबतक मैं विकियाविकि के लेखों का प्रयोग अपने ज्ञान का संवर्धन करने में करने लगा था। मैने अनाम सदस्य रहते हुए बिना किसी को सूचना दिए इस यज्ञ में आहूति देनी शुरु की। तब तो जानता भी नहीं था कि यहाँ कोइ अनाम रह सकता है किंतु अदृस्य नहीं। फिर ५ सितंबर को सदस्य भी बन गया। और यह संपादन के निचे बार-बार आ रहे संदेश के कारण हुआ जो दिखा रहा था कि आपने लॉगइन नहीं किया है। सदस्य बनते ही कुछ लिंक लेखों के निचे आ गए और लेख का संपादन करते हुए नया सन्देश का नोटिस मिला। इसपर क्लिक करते ही मैं वार्ता पृष्ठ पर पहुंचा जिसपर तब की बेहद सक्रीय सदस्य मुनिता जी का संदेश था।
प्रिय Aniruddhajnu, विकिपीडिया पर आपका स्वागत है!
 
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नमस्कार! आपका कार्य सराहनीय है। आप के इस कार्य से हिंदी विकी और भी ज्ञानपूरक हो रही है।--<b>[[सदस्य: Gunjan_verma81 |<font color="taupe">गुंजन वर्मा</font>]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:Gunjan_verma81 |<font color="orange">संदेश</font>]]</sup> ०८:५०, ८ सितंबर २००९ (UTC)
नमस्कार,<br />आपके योगदान निश्चय ही सराहनीय हैं। हिन्डी विकि को आज ऐसे ही योगदानकर्ताओं की आशा और आवश्यकता है। ...ऐसे कुछ ही और कुछ खास लोग ही होते हैं, जिनकी सराहना करने के लिए लोग सिफारिश करें) --प्रबंधक:<small><span style="border:1px solid #0000ff;padding:1px;">[[User:आशीष भटनागर|<b>आशीष भटनागर</b>]][[User_talk:आशीष भटनागर|<font style="color:#FF4F00;background:#4B0082;"> &nbsp;वार्ता&nbsp;</font>]] </span></small> ०९:१०, ८ सितंबर २००९ (UTC)
इसलिए बाद में कुछ नए सदस्यों के सकारात्मक कार्यों के लिए प्रसंशात्मक सन्देश लिखना मुझे जरूरी लगा। मुझे लगता रहा कि पुराने विकियाविकि सदस्यों को इस ओर समुचित ध्यान देते रहना चाहिए। सकारात्मक सन्देशों के महत्व के बोध ने ही मुझे नए सदस्यों की गलतियों पर सकारात्मक स्वर बनाए रखने में सहायता की। ...
 
मुझे यह देखकर बेहद खुशी हुई थी कि तब के सर्वाधिक सक्रिय सदस्यों ने इस ओर पर्याप्त ध्यान दिया था और कभी-कभी इस ध्यान के फोकसकेंद्र में मेरी गतिविधियाँ आ जाती थी।
[[सदस्य:Aniruddhajnu|अनिरुद्ध]] जी तिथि के लेखों पर काफी काम कर रहे हैं। ये सराहनीय कार्य है, जिसकी प्रशंसा आवश्यक है। ऐसे लेख शायद बहुत कम ही बन पाते, क्योंकि प्रायः किसी भी लेख पर किसी की नज़र पड़ जाती है, और किसी भी विषय पर कोई सदस्य लेख बना या बढ़ा सकते हैं, किन्तु तिथि के लेख जो पहले ही बने हुए हैं, और खाली पड़े हैं, उनको बढ़ाने का काम नहीं हो पात है। इस कार्य को साधुवाद मिलना चाहिये।--<small><span style="border:1px solid #0000ff;padding:1px;">[[User:आशीष भटनागर|<b>आशीष भटनागर</b>]][[User_talk:आशीष भटनागर|<font style="color:#FF4F00;background:#4B0082;"> &nbsp;वार्ता&nbsp;</font>]] </span></small> ००:५७, ५ नवंबर २००९ (UTC)
:अनिरूदध जी को बहुत बहुत साधुवाद। वाकई वे बहुत ही बेहतरीन एवं उपयोगी काम कर रहे हैं।--<b>[[User:Munita Prasad|<font color="green">Munita Prasad</font>]]</b><sup>[[सदस्य वार्ता:Munita Prasad|<font color="blue">वार्ता</font>]]</sup> ०२:०५, ५ नवंबर २००९ (UTC)