वीर बहादुर सिंह

भारतीय राजनेता

वीर बहादुर सिंह (18 फरवरी,1935 - 30 मई,1989) एक भारतीय राजनेता तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े थे। उनके पुत्र फतेह बहादुर सिंह उत्तर प्रदेश मंत्रिमण्डल में अनेक बार मन्त्री रहे।

वीर बहादुर सिंह

संचार मन्त्री
पद बहाल
25 जून 1988 – 30 मई 1989
प्रधानमंत्री राजीव गांधी
पूर्वा धिकारी वसन्त साठे
उत्तरा धिकारी गिरिधर गोमांग

पद बहाल
24 सितम्बर 1985 – 24 जून 1988
राज्यपाल मोहम्म्द उसमान आरिफ
पूर्वा धिकारी नारायण दत्त तिवारी
उत्तरा धिकारी नारायण दत्त तिवारी

जन्म 18 फरवरी 1935
गोरखपुर, संयुक्त प्रान्त
मृत्यु 30 मई 1989 (54 वर्ष की आयु में)
पेरिस, फ्रांस
राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

जीवन परिचय संपादित करें

वीर बहादुर सिंह का जन्म गोरखपुर में हुआ था।

एक दृष्टि में
  • वर्ष 1967 की उत्तर प्रदेश विधान सभा के पनियारा निर्वाचन क्षेत्र तत्कालीन जिला गोरखपुर से सर्वप्रथम निर्वाचित हुए।
  • पुनः वर्ष 1969, 1974,1980 तथा 1985 तक पाँच बार उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
  • वर्ष 88-89 तक राज्य सभा के सदस्य भी रहे।
  • वर्ष 1970, 1971-73 तथा 1973-74 तक उपमन्त्री।
  • वर्ष 1976-77 तक राज्य मंत्री।
  • वर्ष 1980-85 तक मंत्री।
  • दिनांक 24 सितम्बर, 1985 से 24 जून,1988 तक उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री रहे।
  • 1988 से 30 मई, 1989 तक केन्द्रीय संचार मंत्री भी रहे।
  • संयोजक, जिला युवक कांग्रेस गोरखपुर।
  • सदस्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी।
  • सदस्य उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी।
  • महामन्त्री़ उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी।
  • सेन्ट्रल पार्लियामेन्टरी बोर्ड के स्थायी निमंत्रित सदस्य।
  • विदेश यात्रा - यूथ डेलीगेशन के सदस्य की हैसियत से यू0एस0एस0आर0 और कांग्रेस (आई) प्रतिनिधि मंडल के नेता के रूप में इग्लैण्ड, रूमानिया,यू0एस0एस0आर0 और फ्रांस की यात्रा की थी।

सन्दर्भ संपादित करें

इन्हें भी देखें संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें