शरभोजी राजे भोसले (द्वितीय)
मराठा साम्राज्य में तंजावुर के छत्रपति
राजा शरभोजी भोसले (द्वितीय) (तमिल: இரண்டாம் சரபோஜி ராஜா போன்ஸ்லே ; मराठी : शरभोजी राजे भोसले (द्वितीय)) (२४ सितम्बर १७७७ - ७ मार्च १८३२) तंजावुर के मराठा राज्य भोसले राजवंश के अन्तिम शासक थे जिनका प्रजा पर पूर्ण सत्ता थी। वे शिवाजी के भाई वेंकोजी के वंशज थे। उन्होने १७९८ ईसवी से १८३२ ई तक (मृत्यु पर्यन्त) तंजावुर पर शासन किया। वे एक अच्छे नेत्र चिकित्सक भी थे।
शरभोजी राजे भोसले | |||||
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तंजावुर मराठा साम्राज्य के राजा | |||||
शासनावधि | 1787 (Date unknown) – 1793 (1st reign) 29 June 1798 – 7 March 1832 (2nd reign) | ||||
राज्याभिषेक | 1787 (Date unknown) 29 June 1798 | ||||
पूर्ववर्ती | Thuljaji Amar Singh (usurper) | ||||
उत्तरवर्ती | Amar Singh (usurper) Shivaji II | ||||
जन्म | 24 सितम्बर 1777 Unknown | ||||
निधन | 7 मार्च 1832 Thanjavur | (उम्र 54 वर्ष)||||
समाधि | |||||
संगिनी | Muktambal | ||||
संतान | Shivaji | ||||
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घराना | House of Bhonsle | ||||
राजवंश | Maratha Dynasty |
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ *Ophthalmic contributions of Raja Serfoji II (1798-1832) Archived 2018-05-28 at the वेबैक मशीन