कन्नड़ के प्रमुख कहानीकार शांतारम सोमयाजी केलिफोरनिया पॉलिटेकनीक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। श्रीसोमजी के अब तक पाँच कहानी-संग्रह प्रकाशित हैं। उनकी दो सौ से भी अधिक कहानियाँ कननड़ की प्रमुख पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। कई कहनियाँ तेलुगु और तमिल में अनूदित। इन्हें विश्वेश्वरय्या प्रतिष्ठान साहित्य पुरस्कार प्राप्त हुआ है[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. वागर्थ (पत्रिका). कोलकाता: भारतीय भाषा परिषद प्रकाशन. सितम्बर–अक्टूबर 2000. पृ॰ ६२. |access-date= दिए जाने पर |url= भी दिया जाना चाहिए (मदद)सीएस1 रखरखाव: तिथि प्रारूप (link)