शान्तिदास गोस्वामी सिलहट के एक वैष्णव धर्मोपदेशक थे। उनके उपदेश से प्रभावित होकर १७१७ में मणिपुर के महाराजा पामहैबा ने वैष्णव धर्म अंगीकार कर लिया।