शिवमूर्ति (जन्म: 11 मार्च 1950) हिंदी भाषा के एक कथाकार एवं उपन्यासकार हैं। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में जन्मे शिवमूर्ति अपनी लिखी कसाईबाड़ा, सिरी उपमा जोग, भरत नाट्यम्, तिरिया चरित्तर आदि प्रसिद्ध कहानियों; केशर कस्तूरी कथा संग्रह; त्रिशूल और तर्पण जैसे उपन्यासों के लिए जाने जाते हैं। इनकी कुछ कहानियां रंगमंच और सिनेमा का कथानक बन चुकी हैं। कसाईबाड़ा पर पांच हजार से ज्यादा मंचन, इस पर फीचर फिल्म भी. तिरिया चरित्तर पर बासु चटर्जी की फिल्म. इनकी कई कहानियां देशी-विदेशी भाषाओं में अनूदित हुई हैं।

शिवमूर्ति
कथाकार शिवमूर्ति
जन्म11 मार्च 1950 (1950-03-11) (आयु 74)
सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश, भारत
भाषाहिंदी
निवासकुरंग गाँव, सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश
राष्ट्रीयताभारतीय
विधाsकहानी, उपन्यास
उल्लेखनीय कामs
  • अगम बहै दरियाव
  • कसाईबाड़ा
  • सिरी उपमा जोग
  • केशर कस्तूरी
  • त्रिशूल
  • तर्पण
  • आखिरी छलाँग
  • कुच्ची का कानून
खिताब
  • कथाक्रम सम्मान
  • हंस पुरस्कार
  • सृजन सम्मान
  • अवधभारती सम्मान
  • श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान
  • कथाक्रम सम्मान (2002)
  • श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान (2020)[1]
  1. "श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान से नवाजे गए वरिष्ठ कथाकार रणेंद्र". Hindustan. अभिगमन तिथि 21 दिसम्बर 2021.