शिवरामकृष्ण अय्यर पद्मावती
शिवरामकृष्ण अय्यर पद्मावती प्रख्यात भारतीय हृदय रोग विशेषज्ञ है। वह राष्ट्रीय हार्ट संस्थान, दिल्ली के निदेशक हैं और ऑल इंडिया हार्ट फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष है।[1][2] संस्थान विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ छात्रों को प्रशिक्षित करने में रोकथाम कार्डियोलॉजी के साथ सहयोग करता है।[3] पद्मावती, नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज की साथ काम किया और १९५४ में भारत की पहली महिला हृदय रोग विशेषज्ञ बनी। उत्तर भारत में पहले कार्डियक क्लिनिक और कार्डिएक कैथ लैब की स्थापना की।
शिवरामकृष्ण अय्यर पद्मावती | |
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जन्म |
20 जून १९१७ बर्मा (म्यांमार) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा | हृदय रोग विशेषज्ञ |
वह ५वीं विश्व कांग्रेस कार्डियोलॉजी, नई दिल्ली (१९६६) की अध्यक्ष थी। १९९२ में पद्म विभूषण का भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान सम्मानित किया गया।
जिवनी
संपादित करेंउनका बर्मा (म्यांमार) में जन्म हुआ, उनके पिता बर्मा में एक बैरिस्टर थे। उन्होंने रंगून मेडिकल कॉलेज, रंगून से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की फिर उन्होंने में लंदन के रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन से एफआरसीपी प्राप्त की। उन्होंने १९५३ में दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के व्याख्याता के रूप में अपना कैरियर शुरू किया था।
वह १९६७ में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, दिल्ली में काम करना शुरु किया और उसी वर्ष भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।[4] उन्होंने जी. बी. पंत हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी के पहले विभागों में से एक स्थापित किया।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Expert Profile: Dr S Padmavati Archived 2011-07-14 at the वेबैक मशीन NDTV.
- ↑ WHO Collaborating Centres in India: Non-Communicable Diseases & Mental Health Archived 2010-06-12 at the वेबैक मशीन WHO India.
- ↑ "List of Fellows — NAMS" (PDF). National Academy of Medical Sciences. 2016. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि March 19, 2016.
- ↑ "Padma Awards". Ministry of Communications and Information Technology. मूल से 10 जुलाई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 मई 2017.