शीला पंडित

भारतीय राजनीतिज्ञ

शीला पंडित (जन्म 14 जनवरी 1976) एक भारतीय राजनीतिज्ञ है जो भाजपा की बिहार की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।[1] इससे पहले वह बिहार भाजपा की प्रदेश सचिव थीं।[2] वह भारतीय में स्वतंत्र निदेशक का पद भी संभाल चुकी हैं। (रेलवे वित्त निगम नवम्बर 2021)[3]

शीला पंडित

भारतीय जनता पार्टी बिहार के उपाध्यक्ष
पदस्थ
कार्यालय ग्रहण 
9 अगस्त 2023

पदस्थ
कार्यालय ग्रहण 
नवम्बर 2021

भारतीय जनता पार्टी बिहार प्रदेश मंत्री
पद बहाल
20 मार्च 2020 – 8 अगस्त 2023

जिला पार्षद पटना
पद बहाल
2010–2015

भाजपा उपाध्यक्ष पटना जिला ग्रामीण
पद बहाल
2019–2020

जन्म 14 जनवरी 1976 (1976-01-14) (आयु 48)
नरबीरपुर, भोजपुर, बिहार
जन्म का नाम शीला पंडित
राष्ट्रीयता भारतीय
जीवन संगी डा० अरूण कुमार (वि॰ 2001)
बच्चे 2
निवास पटना
शैक्षिक सम्बद्धता विनायका मिशन यूनिवर्सिटी, टी०एन० (एमबीए-एचआर)
व्यवसाय राजनीतिज्ञ
धर्म हिन्दू

प्रारंभिक जीवन संपादित करें

 
बापू सभागार पटना

शीला पंडित का जन्म 14 जनवरी 1976 को नरवीरपुर, भोजपुर, बिहार में हुआ था। उनके पिता पी.डी. पंडित एक नौसेना अधिकारी थे, उनकी मां सोनामती देवी गृहिणी थीं। शीला कुम्हार (प्रजापति) जाति से हैं। उन्होंने विनायक मिशन यूनिवर्सिटी तमिलनाडु से एमबीए-एचआर की काॅलेज डिग्री हासिल की है, इसके बाद बी.ईडी आरपीएस कोलाज पटना, (2008-09) बी.ए एसएनडीटी महिला विश्वविद्यालय मुंबई से डिग्री हासिल की है। बीएड के दौरान वह अपने कॉलेज में सेकेंड टॉपर थीं। वह ईशान इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल में एक वरिष्ठ अंग्रेजी शिक्षिका के रूप में शामिल हुईं और बाद में राजनीति में चली गईं। उनकी शादी डॉ. अरुण कुमार से (1 मई 2001) शेरपुर मनेर, पटना में हुई और उनकी दो बेटियां हैं।

प्रारंभिक राजनीतिज्ञ कैरियर संपादित करें

 
प्रधानमंत्री मंत्री मोदी जी के साथ शीला पंडित वेटनरी ग्राउंड में रैली के दौरान उनसे मिलते हुए।

शीला अति पिछड़ा वर्ग से हैं. शीला पंडित पहली बार जिला परिषद, पटना की विचारशील सदस्य बनीं। वह अपने प्रतिद्वंदी से केवल '''62''' वोटों से हार गईं। वर्ष '''2010''' में वह लगभग '''10000''' वोटों से आगे चल कर जिला बोर्ड, पटना की सदस्य बनीं। '''2010-2015''' की अवधि के दौरान उन्होंने महिला शक्ति में सुधार के लिए समाज के लिए कई सामाजिक गतिविधियाँ कीं। एक अन्य विख्यात कृति दियारा बचाव भारत बचाव थी। उन्होंने विज्ञान में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (24 अप्रैल) में सक्रिय रूप से भाग लिया भवन, नई दिल्ली 24 अप्रैल 2012-13 वह 8 मार्च 2013 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नई दिल्ली में राजनीति में महिलाओं को बेहतर बनाने पर सेमिनार में भाग ले रही हैं। उन्होंने 3 मार्च 2016 को एनआईआरडी हैदराबाद में आईएएस अधिकारी को सत्ता के विकेंद्रीकरण पर व्याख्यान दिया। वह 2017-2019 के दौरान महिला मोर्चा, पटना की पटना जिला ग्रामीण की भाजपा अध्यक्ष बनीं। उन्होंने अहमदाबाद में भाजपा राष्ट्रीय महिला मोर्चा सम्मेलन में सक्रिय रूप से भाग लिया। पटना जिला ग्रामीण के रूप में भाजपा अध्यक्ष के रूप में मनोनीत। बाद में वर्ष 2020 में उन्हें भाजपा, राज्य सचिव बिहार के रूप में नामित किया गया।[4] उसी वर्ष (यानी 2020) उन्होंने बिहार वेटनरी ग्राउंड में पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी की रैली का नेतृत्व किया।[5] 2021, नवंबर में उन्हें '''स्वतंत्र निदेशक''' (आईआरएफसी) के रूप में नामांकित किया गया है।[6] 9 अगस्त 2023 को उन्हें ''भाजपा बिहार के उपाध्यक्ष'' के रूप में भी नामित किया गया है।[7]

 
बिहार की पावन धरती पर भारत के यसस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी का स्वागत, वंदन और अभिनंदन

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Bihar News : सम्राट चौधरी ने 12 प्रदेश उपाध्यक्षों समेत 38 पदाधिकारियों की घोषणा की, लंबे समय से अटकी थी सूची". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2023-12-24.
  2. "भाजपा प्रदेश मंत्री बिहार".
  3. "Smt. Sheela Pandit | IRFC". irfc.co.in. अभिगमन तिथि 2023-12-25.
  4. "भाजपा राष्ट्रीय सचिव बिहार".
  5. "नरेंद्र मोदी पटना वेटनरी ग्राउंड में रैली के दौरान".
  6. "Smt. Sheela Pandit | IRFC". irfc.co.in. अभिगमन तिथि 2023-12-26.
  7. "Bihar News : सम्राट चौधरी ने 12 प्रदेश उपाध्यक्षों समेत 38 पदाधिकारियों की घोषणा की, लंबे समय से अटकी थी सूची". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2023-12-26.

बाहरी कड़ियां संपादित करें