श्याम सुंदर पालीवाल भारतीय राज्य राजस्थान के राजसमंद जिले के पिपलांत्री गाँव के एक सामाजसेवी व सरपंच है जिन्हें 2021 में समाज सेवा के लिए भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। [1] ये फादर ऑफ इको-फेमिनिज्म के नाम से जाने जाते है। [2]

श्याम सुंदर पालीवाल
जन्म 9 जुलाई 1964 (1964-07-09) (आयु 59)
पिपलांत्री, जिला-राजसमंद, राज्य राजस्थान, देश -भारत
राष्ट्रीयता भारतीय
पेशा सामाजिक कार्यकर्ता व सरपंच
पुरस्कार समाज सेवा के लिए पद्म श्री पुरस्कार

2006 में उन्होंने अपनी बेटी खो दी थी, जिसके बाद से हमेशा पिपलांत्री गाँव में किसी लड़की का जन्म होता है तो 111 पौधे लगाए जाते हैं। [3]

संदर्भ संपादित करें

  1. "Padma awardee Shyam Sunder Paliwal turned Rajasthan village into oasis". हिंदुस्तान टाइम्स (अंग्रेज़ी में). 26 January 2021. अभिगमन तिथि 9 January 2022.
  2. "राजसमंद के श्याम सुंदर पालीवाल ने किया Rajasthan का नाम रोशन, मिला पद्मश्री का खिताब". जी न्यूज. अभिगमन तिथि 9 January 2022.
  3. Dore, Bhavya. "Piplantri: The Indian village where girls rule". बीबीसी (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 9 January 2022.