श्रीवर (१५वीं शताब्दी) कश्मीर के संस्कृत साहित्यकार एवं इतिहास-लेखक थे जिन्होंने कल्हण और जोनराज के कश्मीर के इतिहास सम्बन्धी ग्रन्थों को और आगे बढ़ाया। उनके द्वारा रचित राजतरङ्गिणी में १४८६ ई तक का कश्मीर का इतिहास है।[1] श्रीवर ने १४८६ ई तक चार सुल्तानों के आश्रय में साहित्यिक कार्य किया- जयन अल-आबिदीन, हैदर शाह, हसन शाह, और महमूद शाह।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Truschke, Audrey (18 January 2021). The Language Of History: Sanskrit Narratives Of A Muslim Past. Penguin Random House India Private Limited. ISBN 978-93-5305-000-9.