श्री शङ्कराचार्य संस्कृत सर्वकलाशाला
श्री शंकराचार्य संस्कृत सर्वकलाशाला (या, श्री शंकराचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय) केरल में कोच्चि के निकट कालटि में स्थापित एक सार्वजनिक विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना १९९३ में हुई थी। इसका नाम आदि शंकराचार्य के नाम पर किया गया है। यह पूर्णा नदी के तट पर स्थित है। विश्वविद्यालय का आदर्शवाक्य है : ज्ञानादेव तु कैवल्यम् (ज्ञान से की कैवल्य प्राप्त होता है।)
यह विश्वविद्यालय संस्कृत तथा अन्य भाषाओं की पाण्डुलिपियों के प्रकाशन एवं संरक्षण के लिये कार्य करती है। इसके नौ क्षेत्रीय केन्द्र हैं- कालटि (मुख्य केन्द्र), तिरुवनन्तपुरम, त्रिश्शूर, पन्मन, तुरवूर, एर्रुमानूर, तिरूर, कोइलाण्टि और पय्यन्नूर।
विभाग
संपादित करें- आयुर्वेद
- नृत्य
- अंग्रेजी
- अर्थशास्त्र
- शिक्षाशास्त्र
- भूगोल
- हिन्दी
- इतिहास
- मलयालम
- संगीत
- चित्रकला
- दर्शन
- राजनीति विज्ञान
- मनोविज्ञान
- संस्कृत न्याय
- संस्कृत साहित्य
- संस्कृत वेदान्त
- संस्कृत व्याकरण
- वैदिक अध्ययन विद्यालय
- सामाजिक कार्य
- समाजशास्त्र
- नाट्यशास्त्र
- उर्दू
- वास्तुविद्या