श्रेणी:गुरु
सांसारिक अथवा पारमार्थिक ज्ञान देने वाले व्यक्ति को गुरु कहा जाता है। जैसे- शिक्षक - जो स्कूलों में शिक्षा देता है। आचार्य - जो अपने आचरण से शिक्षा देता है। कुलगुरु - जो वर्णाश्रम धर्म के अनुसार संस्कार ज्ञान देता है। दीक्षा गुरु - जो परम्परा का अनुसरण करते हुए अपने गुरु के आदेश पर आध्यात्मिक उन्नति के लिए मंत्र दीक्षा देते हैं। आध्यात्मिक गुरु- जो शिष्य को आत्म-ज्ञान करा सके।
गुरु गुरु का अर्थ है भारी. ज्ञान सभी से भारी है अर्थात महान है।
मूलतः गुरु वह है जो ज्ञान दे। संस्कृत भाषा के इस शब्द का अर्थ शिक्षक और उस्ताद से लगाया जाता है। हिन्दू तथा सिक्ख धर्म में गुरु का अर्थ धार्मिक नेताओं से भी लगाया जाता है। सिक्खों के दस गुरु थे।
"गुरु" श्रेणी में पृष्ठ
इस श्रेणी में निम्नलिखित 3 पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ 3