कम्प्यूटर विज्ञान

(संगणन सिद्धान्त से अनुप्रेषित)

कम्प्यूटर विज्ञान संगणन और उसके उपयोग की ओर वैज्ञानिक और व्यावहारिक दृष्टिकोण है। यह जानकारी के पहुँच, सम्प्रेषण, संचय, प्रसंस्करण, प्रतिनिधित्व और अर्जन हेतु उपयोग में लाये जाने वाले व्यवस्थित प्रक्रियाओं (या कलन विधियों) के मशीनीकरण, अभिव्यक्ति, संरचना, और साध्यता का व्यवस्थित अध्ययन है। संगणक विज्ञान एक वैकल्पिक, संक्षिप्त परिभाषा के अनुसार यह मापने योग्य स्वचालित कलन विधियों का अध्ययन है। संगणक वैज्ञानिक संगणन के सिद्धांत और गणना योग्य प्रणालियों की योजना में विशेषज्ञता प्राप्त करते हैं।

कम्प्यूटर विज्ञान के अन्तर्गत सूचना तथा संगणन (computation) के सैद्धान्तिक आधारों का अध्ययन किया जाता है और साथ में इन सिद्धान्तों को कंप्यूटर प्रणालियों में व्यवहार में लाने की विधियों का अध्ययन किया जाता है। कंप्यूटर विज्ञान को प्राय: कलन विधियों के विधिवत (systematic) अध्ययन के रूप में देखा जाता है और कंप्यूटर विज्ञान का मूल प्रश्न यही है - कौन सा काम (दक्षतापूर्वक) स्वत: किया जा सकता है? (What can be (efficiently) automated?)

कम्प्यूटर अभियान्त्रिकी

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कम्प्यूटर जिन भौतिक उपकरणों से मिलकर बना होता है उन्हें हार्डवेयर कहा जाता है। इनमें मॉनीटर, सीपीयू, कीबोर्ड, माउस, प्रिण्टर आदि आते हैं। हार्डवेयर से सम्बंधित विषयों का कम्प्यटूर विज्ञान की शाखा कम्प्यूटर अभियान्त्रिकी के अन्तर्गत अध्ययन किया जाता है।

सॉफ्टवेयर अभियान्त्रिकी

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कम्प्यूटर के प्रचालन हेतु सॉफ्टवेयर प्रोग्राम की आवश्यकता होती है। इनमें ऑपरेटिंग सिस्टम, सिस्टम सॉफ्टवेयर तथा ऍप्लीकेशन सॉफ्टवेयर आदि शामिल हैं। इन सभी के बारे में अध्ययन कम्प्यूटर विज्ञान की शाखा सॉफ्टवेयर अभियान्त्रिकी के अन्तर्गत किया जाता है।

     
डिजिटल लॉजिक माइक्रो आर्किटेक्चर मल्टी-प्रोसेसिंग
       
ऑपरेटिंग सिस्टम कम्प्यूटर नेटवर्क डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली सूचना सुरक्षा
       
सर्वव्यापी अभिकलन (Ubiquitous computing) सॉफ्टवेयर आर्किटेक्चर कम्पाइलर डिजाइन प्रोग्रामन भाषाएँ

कंप्यूटर विज्ञान के विविध क्षेत्र

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कंप्यूटर विज्ञान में बहुत से उप-क्षेत्र हैं। कंप्यूटर विज्ञान से सम्बन्धित कुछ संगठनों के अनुसार कंप्यूटर विज्ञान के चार प्रधान क्षेत्र हैं जो इस प्रकार हैं -

  • संगणन का सिद्धान्त (theory of computation)
  • कलन-विधियाँ एवं आंकड़ों की संरचना (algorithms and data structures)
  • प्रोग्रामन विधियाँ एवं प्रोग्रामन भाषाएँ (programming methodology and languages)
  • कंप्यूटर के अवयव तथा कंप्यूटर-शिल्प (computer elements and architecture)

उपरोक्त के अलावा निम्नलिखित उपविषयों को भी कंप्यूटर विज्ञान के लिये महत्वपूर्ण माना जाता है-

  • सॉफ्टवेर अभियांत्रिकी (software engineering)
  • कृत्रिम बुद्धिमत्ता (artificial intelligence)
  • संगणकीय तंत्र-जाल एवं सम्प्रेषण (computer networking and communication)
  • डेटाबेस प्रणाली, सामानांतर संगणन (database systems, parallel computation)
  • वितरित संगणन (distributed computation)
  • संगणक-मानव वार्ता (computer-human interaction)
  • संगणकीय चित्रकला, परिचालन प्रणाली; और(computer graphics, operating systems; and)
  • संख्यात्मक एवं प्रतीकात्मक संगणन (numerical and symbolic computation)
       
मशीन अधिगम (मशीन लर्निंग) कृत्रिम दृष्टि छबि प्रसंस्करण पैटर्न की पहचान
       
सम्ज्ञानात्मक विज्ञान (कॉग्निटिव साइन्स) आंकडा खनन (डेटा माइनिंग) विकासात्मक अभिकलन सूचना की खोज एवं पुनर्रचना
       
ज्ञान का निरूपण प्राकृतिक भाषा संसाधन रोबोटिकी चिकित्सा-सम्बन्धी छबियों का संसाधन

इन्हें भी देखें

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बाहरी कड़ियाँ

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वेबकास्ट

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