संतोष घंटे
संतोष घंटे | |
---|---|
पृष्ठभूमि | |
जन्म | 11 अगस्त 1983 लातूर, भारत |
मूलस्थान | भारत |
विधायें | हिंदूस्तानी संगित Hindustani Classical Music |
पेशा | हार्मोनियम वादक, संगितकार |
वाद्ययंत्र | हारमोनियम |
वेबसाइट | www |
प्रारंभिक जीवन
संपादित करेंसंतोष घंटेजी का जन्म लातूर में हुआ, चिंचवड गांव में उऩ्होंने अपनी प्रांरंभीक शिक्षा तथा संगित की पढाई शुरु की । संतोषजीने अपना संगीतका प्रशिक्षण पुनेके गोडसे संगीत विद्यालयसे शुरू किया. और बाद में पं. अप्पासाहेब जलगांवकरजी के पास आगे की तालिम हासिल की. पहलेसेही वो लोक कलाकारोंके प्रश्नोंको समाज के सामने लाने का काम कर रहैं है.[1]
व्यवसाय
संपादित करेंसंतोषजी पंडित अप्पासाहेब जलगांवकरजी के शिष्य है. [2] उऩ्होंने करीबन 22 देशोंमें हार्मोनियम सोलो के कार्यक्रम किये हैं.[3]उऩ्होंने लोक संगितके अनेक प्रकारोंको पुर्नज्जीवीत करने के लिए तथा उनको मंच उपलब्ध कराने के लिए अपनी संस्था के द्वारा प्रयत्न किये है.[4] उऩ्होंने 2011 में अपने गुरु अप्पा साहाब जलगांवकरजी के बारेंमें एक किताब भी लिखी हैं, जिसका नाम सुरसखा हैं.[5]
संवादिनी कला मंच
संपादित करेंसंतोषजीने हार्मोनियमके प्रचार प्रसार, प्रशिक्षण तथा विकास के लिए, संवादिनी कला मंच नाम की एक संस्था स्थापन की हैं. इस संस्थाके माध्यमसे संतोषजी अनेक कार्यक्रम, प्रशिक्षण शिबिर, समाजके पिछडे वर्ग के विद्यार्थींओको हार्मोनियम सिखाने के लिए आयोजीत केये जाते हैं.[6][7]
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "नाट्य, चित्रपट कलावंतांसमोर अडचणींचा डोंगर कायम". Dainik Prabhat (अंग्रेज़ी में). 2020-09-29. अभिगमन तिथि 2020-10-09.
- ↑ Suhasini, Lalitha (June 2, 2019). "On a solo trip: Musician from Pimpri- Chinchwad touring Italy, Germany and Switzerland to promote harmonium as a solo instrument". Pune Mirror (अंग्रेज़ी में). मूल से 14 अगस्त 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-02-27.
- ↑ "विदेशामध्ये शास्त्रीय संगीताचा मोठा चाहता वर्ग". Dainik Prabhat (अंग्रेज़ी में). 2019-11-02. अभिगमन तिथि 2020-02-27.
- ↑ "अखिल भारतीय तिसरे मराठी लोककला संमेलन". www.lokmat.com. अभिगमन तिथि 2020-02-27.
- ↑ "अभिजात संगीत जपण्याचा प्रयत्न". www.lokmat.com. अभिगमन तिथि 2020-02-27.
- ↑ "पिंपरीत संवादिनी कला मंचाची स्थापना". Sakal Papers. 2010-10-03.
- ↑ Khan, Alifiya (2015-01-26). "Repaying His Guru's debt". Indian Express.