सतलोक
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (दिसम्बर 2019) स्रोत खोजें: "सतलोक" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
सतलोक शब्द का वर्णन कई भारतीय संतों की अलौकिक वाणी मे मिलता है। मुख्यतया भक्तिकाल के संतों सतगुरु कबीर साहेब जी, संत रविदास जी, संत गरीब दास जी, संत दादूदयालजी, गुरू नानकजी की अलौकिक वाणी में सतलोक शब्द का वर्णन है। श्रीमद्भगवद्गीता मे इसी अलौकिक स्थान को शाश्वत स्थान कहा गया है।[1]