सत वैष्णव[1](संस्कृत: सदवैष्णव), (लोकप्रिय रूप से माधव संप्रदाय,माधव वैष्णव और ब्रह्म संप्रदाय के रूप में जाना जाता है), हिंदू धर्म की वैष्णव-भागवत परंपरा के भीतर एक संप्रदाय है।[2][3] सत वैष्णव की स्थापना तेरहवीं शताब्दी के दार्शनिक-संत माधवाचार्य ने की थी, जिन्होंने हिंदू दर्शन के तत्त्ववाद (द्वैत) ("यथार्थवादी दृष्टिकोण से तर्क") वेदांत उप-विद्यालय विकसित किया था।[4]

सत वैष्णव
उडुपी में श्री कृष्ण मठ का प्रवेश द्वार
महत्वपूर्ण आबादी वाले क्षेत्र
कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिल नाडु, आंध्र प्रदेश
धर्म
वैष्णव (हिन्दू धर्म)
धर्मग्रंथ
वेद, उपनिषद, भगवत गीता, ब्रह्मसूत्र , पंचरात्र, भागवत पुराण, महाभारत , रामायण, सर्वमूल ग्रंथ
भाषाएँ
संस्कृत, कन्नाड़
  1. Ian Philip McGreal (1995). Great Thinkers of the Eastern World: The Major Thinkers and the Philosophical and Religious Classics of China, India, Japan, Korea, and the World of Islam. HarperCollins Publishers. पृ॰ 232. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780062700858.
  2. Guy L. Beck (2012). Alternative Krishnas: Regional and Vernacular Variations on a Hindu Deity. SUNY Press. पृ॰ 74. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780791483411.
  3. Suresh K. Sharma, Usha Sharma (1999). Rajasthan Through the Ages: Art, architecture and memoirs. Deep & Deep Publications. पृ॰ 333. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788176291552.
  4. Harold Coward (30 October 1987). Modern Indian Responses to Religious Pluralism. SUNY Press. पृ॰ 129. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780887065729.

अग्रिम पाठान

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बाहरी कड़ियाँ

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