किशोर मगन बौराणा

पिता मगाराम बौराणा

माता लीलादेवी बौराणा

भाई सुरेश बौराणा बडा और मोन्टु बौराणाा

पेशा राजनेता,वकिल,समाज सेवी

हाइट 5"6इंच

रंग गौरा

पंसन्द समाज की सेवा देश सेवा

पसंदीदा राजनेता नरेन्द्र मोदी अमित शाह

फेवरिट किक्रेटर सुरेश रैना जाडेजा धोनी

शौक पढना सफर करना

अफेयर खुशबु परिहार

किशौर मगन बौराणा का जन्म राजस्थान के पाली जिले के एक छोटे से गांव खिवान्दी 24फरवरी 1993 मे हुआ है।

उनके पिताजी मगाराम बौराणा पेशे व्यवसाय करता है मुम्बई जो एक साधारण परिवर से है,उनकी माताजी लीलादेवी ग्रहणी है। उनका भाई सुरेश बौराणा खुद अपना वयापार करते है एवम मोनटू बौराणा फारमासिसट है।

किशोर मगन बौराणा ने गरीब कापी नजदीक से देखी है ,और हर व्यक्तिके लिए एक मिशाल है।

उनकी प्रारम्भिक शिक्षा गांव की सरकारी स्कुल मे हुई है।

उन्होंन हमेशा लोगो के हित के बारे मे ही सोचा है।

और बचपन कहते आए है कि अपने लिए तो सब जीते है मे तो जनता के लिए जाऊंगा।

किशोर मगन बौराणा ने अपने सब कुछ तन मन धन सब भारत माता के लिए अर्पित कर लिया है और एक नारा दिया।

कोटी-कोटी हिन्दूजन काा हम ज्वार उउ

उठा कर मानेंगे

सौगन्ध राम की खाते है

भारत को भव्य बनाएँगे

किशौर मगन बौराणा हमेशा ही विवादास्पद मे रहते है

विवादास्पद बयान

मुसलमानों के प्रति धर्म परिवर्तन और लव जेहाद के बारे मे रहते जिससे वो काफी सुर्खियों मे रहते है।

सनातन धर्मको छोड़कर दुनिया में ऐसी कोई भी सभ्यता नहीं है जहाँ कन्याको देवी, पत्नीको गृहलक्ष्मी व माँ की देवरूप में पूजा की जाती हो

इतिहासकार बतायें.. मुगलों ने भारत के अलावा किसी दूसरे देश में ताजमहल, लालकिला, कुतुबमीनार.. क्यों नहीं बनाए??

समझना बहुत जरूरी है जब हमारे सभी आराध्य देव हाथ में अस्त्र शस्त्र लिए हुए है तो फिर हमें अहिंसा का ज्ञान कौन थमाकर कायर बना गया

याद है ना रमज़ान पर फतवा निकाला था हिंदूओ की दुकानों से खरीदारी हराम है।आओ प्रण करें दिपावली दशहरा पर हम इनसे खरीदारी नहीं करेंगे

वन्देमातरम और भारत माता की जय से अपना सम्बोधन करते है